पुलिस की कडी सुरक्षा के बीच महाविद्यालय परिसर में सुबह 11 बजे मतगणना शुरु हुई। जैसे-जैसे रूझान आते गए प्रत्याशियों की धडक़नें बढ़ती चली गई। करीब डेढ़ घंटे बाद साढ़े 12 बजे वोटों की गिनती पूरी हुई। इसके बाद मुख्य चुनाव अधिकारी सुरेशचंद मीणा ने छात्रसंघ चुनाव के विजेताओं की घोषणा की। जबकि प्राचार्य भगवानसहाय शर्मा ने नवनिर्वाचित छात्रसंघ पदाधिकारियों को प्रमाण-पत्र सौंप कर पद व गोपनीयता की शपथ ग्रहण कराई। समर्थकों ने विजेता पदाधिकारियों का माला-साफा पहनाकर व गुलाल लगाकर स्वागत किया। तथा महाविद्यालय के बाहर आतिशबाजी कर जश्न मनाया।
यह रहा चुनाव का गणित
मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि महाविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में 1144 में से 531 छात्र-छात्राओं ने मतदान किया था। अध्यक्ष पद के त्रिकोणीय मुकाबले में एनएसयूआई ने अनिल कुमार जाटव व एबीवीपी की ओर से सचिन गुर्जर को चुनाव में उतार था। लेकिन एनएसयूआई द्वारा समर्थन नहीं देने से नाराज रविन्द्र कुमार मीणा ने बागी प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक दी। मंगलवार को आए नतीजों में अनिल को 190, सचिन गुर्जर को 119 व रविन्द्र मीणा को 201 वोट मिले। रविन्द्र को 11 मत अधिक प्राप्त होने पर विजेता घोषित किया गया।
इसी प्रकार उपाध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी की नीतू महावर ने 233 व एनएसयूआई के लाखनसिंह जाटव को 204 वोट प्राप्त हुए। इस पर नीतू को 29 मतों से विजेता घोषित किया गया। महासचिव के मुकाबले में एबीवीपी के गोपालसिंह को 258 व एनएसयूआई के बागी प्रत्याशी मनीष कुमार को 178 मत प्राप्त हुए। इस पर गोपाल को 80 वोटों से विजेता घोषित किया गया। संयुक्त सचिव के पद के लिए निर्दलीय प्रत्याशी नरेश योगी को 249 व एबीवीपी के नरसी गुर्जर को 172 वोट मिले। इस पर नरेश को 77 वोटों से विजेता घोषित किया गया।
प्रशिक्षण के अभाव में रद्द हुए मत-पत्र
वैसे तो आम चुनावों में सरकार की ओर से मतदाताओं को मतदान के बारे में प्रशिक्षण देकर जागरूक किया जाता है। लेकिन छात्रसंघ चुनाव में प्रशिक्षण के अभाव में बडी संख्या मे मतपत्र र्द्द हुए। कॉलेज सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अध्यक्ष पद के चुनाव में 21, उपाध्यक्ष के में 94, महासचिव के में 95 व संयुक्त सचिव के मतदान में 110 मतपत्र रद्द हुए।