कथावाचक संतोष दास ने श्री राम कथा में प्रभु श्री राम के आदर्शों पर प्रवचन किए। उन्होंने मानव जीवन को सादगी से व्यतीत करने का ज्ञान दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में युवा पीढ़ी नशे की आदि हो रही है। युवाओं को शिक्षा और संस्कारों के साथ जीवन यापन करना चाहिए।
आचार्य ने कहा कि भगवान राम ने माता पिता व गुरु की सच्ची सेवा करते हुए उनकी जटिल से जटिल आज्ञाओ का निर्वहन किया। श्री राम से जुड़ी कथाओं को सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए। इस अवसर पर मुख्य यजमान मुकेश मेरेड़ा ने आचार्य रविन्द्र कृष्ण शास्त्री के वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन में आहुतियां दी। भक्ति भजनों पर महिलाओ ने नृत्य कया। कथा के दौरान राजाराम, मुकेश, समय, राकेश कुमार आदि ने व्यवस्थाओं में सहयोग किया।
कथा में हुआ कृष्ण-रुकमणि विवाह
सूरौठ. विजयपुरा गोव में संत मोहन दास के सान्निध्य में दो अगस्त से चल रही भागवत कथा में मंगलवार को आचार्य मिथिलेश शास्त्री झारेड़ा वाले ने कृष्ण-रूकमणि विवाह प्रसंग सुनाया। इस दौरान श्रोता भाव-विभोर हो गए। इस दौरान शास्त्री ने कहा कि मनुष्य भगवान की भक्ति के लिए कुछ समय भी नहीं दे पा रहा, इसी के कारण दुखी है।
मुशी राम व भरतलाल वर्मा ने बताया कि कथा में कृष्ण-रूकमणि विवाह का प्रसंग का वर्णन करने के साथ विवाह कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। कथा सुनने के लिए विभिन्न गांवों से महिला-पुरुष श्रद्धालु पहुंचे।
पदयात्रा कल
सूरौठ. सोमला ग्राम पंचायत के सोमली गांव से गोवर्धनजी के लिए पदयात्रा गुरुवार सुबह 11 बजे हनुमान मंदिर से रवाना होगी। यात्रा कमेटी के कृष्णा डागुर ने बताया कि पदयात्रा में बड़ी संख्या में लोग भाग लेंगे।