एक ओर पूरी सरकारी मशीनरी नो मास्क-नो एंट्री अभियान को सफल बनाने में जुटी है। घर-घर पहुंच लोगों को कोविड़-19 महामारी से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है, लेकिन कई अधिकारी-कर्मचारी ही मास्क का उपयोग नहीं कर रहें हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब आमजन को मास्क पहनने का मशविरा देने वाले ही नियम की पालना नहीं करेंगे तो फिर पब्लिक में क्या संदेश जाएगा।
आपको बता दें कि हिण्डौन शहर में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्य सरकार की ओर से लोगों को कोरोना से जागरूक करने के लिए नो मास्क नो एंट्री अभियान शुरू किया है। इसके तहत नगरपरिषद की ओर से लोगों को मुफ्त मास्क वितरित किए जा रहे है। साथ ही मास्क पहनने के लिए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन मास्क नहीं पहन अभियान की अनदेखी कर अधिकारी व कर्मचारी ही इसकी सफलता को लेकर कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं।