यह जानकारी शनिवार को यहां पत्रकारवार्ता में जिला नोडल अधिकारी मोहित मरकाना ने दी। उन्होंने बताया कि इस प्रकार जिले में एलपीजी का कवरेज क्षेत्र करीब 96.95 प्रतिशत हो चुका है। करीब 96 फीसदी लाभार्थियों को उज्जवला योजना में लोन पर कनेक्शन दिए गए हैं।
मरकाना ने बताया कि गरीब परिवारों को एलपीजी रिफिल सुविधा के लिए तीनों कम्पनियों ने 5 केजी सिलेण्डर का भी विकल्प दिया है। पहले से जिन उज्जवला लाभार्थियों के पास 14.2 केजी का सिलेण्डर है वह उसे जमा कराकर 5.2 केजी का सिलेण्डर प्राप्त कर सकता है।
वहीं सरकार ने अप्रेल 18 से पहले 6 रिफिल या एक सात तक प्राप्त की गई रिफिल पर सब्सिडी देने का फैसला किया है। आर्थिक एवं सामाजिक फायदों की जानकारी देने के लिए प्रधानमंत्री एलपीजी पंचायतें गांव-गांव में लगाई जा रही है। करौली जिले में करीब 100 पंचायतें लगाई जा चुकी हैं। इस मौके पर करौली इण्डेन गैस वितरक टीकाराम मीना, कुडग़ांव वितरक अमित पाराशर भी मौजूद थे।
आठ माह पूर्व ही लक्ष्य किया हासिल
जिला नोडल अधिकारी के अनुसार एक मई 2016 से देश में शुरू हुई उज्जवला योजना में देश में मार्च 2019 तक 5 करोड़ एलपीजी कनेक्शन देने का रखा गया लक्ष्य निर्धारित समय से करीब आठ माह पहले ही अगस्त 18 में पूरा कर लिया गया है। 15 दिसम्बर 18 तक कुल 5.8 करोड़ कनेक्शन जारी किए हैं।
अब विस्तृत उज्जवला योजना
गैस कनेक्शन से वंचित परिवारों को अब विस्तृत उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। हाल ही में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई केबिनेट की बैठक में निर्णय किया गया था कि जिन गरीब परिवारों की महिलाओं को उज्जवला योजना में कनेक्शन नहीं मिल सके, उन्हें अब विस्तृत उज्जवला योजना से लाभान्वित किया जाएगा।