वे बोलीं कि इतनी दूरी होने से महिला अपनी समस्याओं को लेकर आसानी से यहां आ ही नहीं सकती। ऐसे में सेन्टर को शहर के चिकित्सालय में ही खोला जाए। उन्होंने कहा कि वन स्टॉप सेन्टर का प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि महिलाओं को पता लगे की उनकी समस्याएं वहां सुनी जा सकती है।
इससे पहले स्कूल के निरीक्षण में कक्षा कक्षों एवं महिला शौचालय में गंदगी-जाले मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई और शिक्षकों को व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। स्कूल में राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम के चल रहे चुनाव के बीच भी वे पहुंची और शिक्षकों से वार्ता करते हुए बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ बालिकाओं के अधिकारों की जानकारी देने पर जोर दिया।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य का सर्किट हाउस में महिला मोर्चा की सदस्यों ने स्वागत किया। अनिता शर्मा, सीमा शुक्ला, आशा शर्मा सहित अन्य महिलाओं ने सदस्य देसाई का स्वागत किया। महिलाओं ने उनसे सरकारी कार्यालयों में कामकाम में आने वाली परेशानी की शिकायत की। महिलाएं बोली कि जिले में जुआ-सट्टा और नशे का कारोबार खूब चल रहा है। पुलिस इन पर अंकुश नहीं लगा पा रही। वहीं महिलाओं ने पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं करने की भी शिकायत की। इस दौरान भाजयुमो के पूर्व जिलाध्यक्ष उत्तमसिंह जादौन, भूपराम शर्मा आदि भी मौजूद थे।
बेहतर भविष्य के लिए बालिकाओं को करें शिक्षित
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य राजुलबेन देसाई ने कलक्ट्रेट सभागार में नीति आयोग के तहत आशांवित जिला करौली में महिलाओं के सशक्तिकरण एवं उत्पीडऩ पर चर्चा करते हुए बालिकाओं को शिक्षित करने पर जोर दिया। इसके लिए उन्होंने महिलाओं को आगे आने की बात कही। वे बोलीं कि माता ही बालिका की सबसे अच्छी मित्र होती है।
उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, स्वरोजगार के साथ उद्यमी बनाने के लिए सक्षमता एवं कौशल प्रदान कर मुद्रा ऋण के माध्यम से सशक्त बनाने पर बल दिया। उन्होंने महिलाओं द्वारा पुलिस के प्रति की गई शिकायत पर कहा कि पुलिस महिलाओं के प्रति संवेदनशील होकर अच्छा बर्ताव करे, जिससे कि पीडि़त महिलाएं अपनी बात रख सके।
देसाई ने महिलाओं की चिकित्सा स्वास्थ्य शिक्षा रोजगार स्वरोजगार एवं मूलभूत सुविधाओं सहित पोषण आदि पर भी विस्तार से समीक्षा की। बैठक में जिला कलक्टर नन्नूमल पहाडिया ने अवगत कराया कि जिले में सभी अधिकारियों द्वारा विकास के लिए टीम भावना से कार्य किया जा रहा है।
जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार ने कहा कि महिलाओं की समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता के सुनकर उनका निराकरण किया जाएगा।