जल संसाधन विभाग के अधिशासी विजयकुमार शर्मा ने बताया कि शाम करीब 6.30 बजे बांध का गेज 258.40 मीटर तक पहुंच गया। इस पर एक गेट खोलकर 600 क्यूसेक पानी की निकासी की गई। इसके बाद रात करीब 8.30 बजे एक और गेट खोलना पड़ा। साथ ही पानी निकासी की मात्रा भी बढ़ाकर 1400 क्यूसेक की गई।
गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को तड़के पानी बढऩे पर विभाग के एक के बाद 6 गेट खोलकर पानी की निकासी करनी पड़ी थी। बांध में पानी संतुलित होने पर एक गेट बंद कर दिया, जबकि पांच गेटों से निकासी जारी रही। रात करीब 11 बजे गेटों को बंद कर दिया था।
जल संसाधन विभाग के अधिशासी विजयकुमार शर्मा ने बताया कि रात को बांध में पानी की आवक कम हो गई। इससे जलस्तर भी स्थिर हुआ था। इसके बाद रात करीब 11 बजे बांध के गेटों को बंद कर दिया। शर्मा के अनुसार उस समय बांध का गेज 258.10 मीटर पर था। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को दिन में बारिश थमी रही। शाम को फिर पानी बढऩे पर गेट खोलने पड़े।
गौरतलब है कि क्षेत्र में पिछले दिनों से हो रही बारिश से बांध का जलस्तर बढ़ गया और विभाग को गुरुवार तड़के पहला गेट खोलकर पानी निकासी करनी पड़ी, लेकिन पानी की लगातार आवक के बाद एक-एक करके 6 गेट तक खोलने की नौबत आई।
भरतपुर पहुंचेगा पानी
पांचना बांध का यह पानी श्रीमहावीरजी, टोडाभीम की गंभीर नदी होते हुए भरतपुर पहुंचेगा। इसके चलते रास्ते के गांवों में अलर्ट जारी किया गया, वहीं भरतपुर जिला प्रशासन को सूचना दी गई। इससे भरतपुर में भी अधिकारी पानी को लेकर चौकन्ने हो गए।
पांचना बांध का यह पानी श्रीमहावीरजी, टोडाभीम की गंभीर नदी होते हुए भरतपुर पहुंचेगा। इसके चलते रास्ते के गांवों में अलर्ट जारी किया गया, वहीं भरतपुर जिला प्रशासन को सूचना दी गई। इससे भरतपुर में भी अधिकारी पानी को लेकर चौकन्ने हो गए।
मामचारी हुआ ओवरफ्लो
कैलादेवी मार्ग स्थित मामचारी बांध भी लबालब होकर ओवरफ्लो हो गया। गुरुवार को इस बांध पर करीब दो फीट तक चादर चली। चादर चलने के नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग बांध पर पहुंच गए।
कैलादेवी मार्ग स्थित मामचारी बांध भी लबालब होकर ओवरफ्लो हो गया। गुरुवार को इस बांध पर करीब दो फीट तक चादर चली। चादर चलने के नजारे को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग बांध पर पहुंच गए।