इस स्थिति को लेकर कैलादेवी मार्ग स्थित धम्मूपुरा के समीप बदहालसड़क को लेकर लोगों को गुस्सा फूटा और प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन से समस्या समाधान की मांग की। क्षेत्र के शिवकुमार शर्मा, खेमराज माली, श्याम, पप्पू गुर्जर, नरोत्तम माली, पंकज, ममता, कल्याण माली आदि ने कहा कि महज १६ किलोमीटर की सड़क का चार वर्ष में भी निर्माण पूरा नहीं हुआ है, जिसके चलते मुसीबत बनी हुई है। बारिश के दौरान गड्डों में एक से दो फीट पानी भरा रहता है। पूरे तीन-चार माह तक गंदे पानी की समस्या झेलनी पड़ती है, उसके बाद अब जब पानी सूख गया है तो वाहनों से उड़ती धूल मुसीबत बन गई है, लेकिन विभागीय अधिकारी अनदेखी कर रहे हैं। इसके अलावा इस मार्ग पर आगे भी कई जगह सड़क क्षतिग्रस्त हैं, जहांभी कमोबेश यही स्थिति है। गौरतलब है कि कैलादेवी मोड़ से कैलादेवी आस्थाधाम तक तक करीब चार वर्ष पहले सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, लेकिन अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है।
और कर ली इतिश्री…
लोगों का कहना है कि बारिश के दौरान जब सड़क पर अधिक पानी भर गया तो पीडब्ल्यूडी ने आनन-फानन में सड़क के किनारे ही नाला बनाकर पानी को उस ओर मोड़कर इतिश्री कर ली, लेकिन सड़क की अब तक सुध नहीं ली है।
प्रतिदिन कैलादेवी आस्थाधाम में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के वाहनों की आवाजाही बनी रहती है, जिससे धूल उड़ती है और यह धूल उनके घर-दुकानों तक पहुंच रही है। इससे आसपास के लोग परेशानी झेलने को मजबूर हैं।