जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिले का किसान पूरी तरह कृषि पर आधारित है खरीफ एवं रबी की अच्छी फसल की उम्मीद में किसान रहता है ,लेकिन अच्छी फसल नहीं होने के कारण किसानों को नुकसान हुआ है। ऐसे में खराबे का सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
इसी प्रकार वर्तमान में सरसों की बुवाई और दीपावली के आसपास गेहूं की बुवाई होगी। खाद विकेताओं के पास डीएपी, यूरिया सुपर फास्फेट की कोई कमी नहीं है, लेकिन ज्यादातर खाद विके्रताओं ने गोदामों में खाद को जमा कर रखा है। इस कारण किसानों को खाद उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ज्ञापन में खाद विके्रताओं के यहां छापेमारी कराकर किसानों को खाद उपलब्ध कराने की भी मांग की गई है। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष प्रहलाद सिंहल, जिला महामंत्री धीरेंद्र सिंह बैंसला, गजेंद्र सिंह जादौन, जिला मीडिया संयोजक मुकेश सालौत्री, जिला मंत्री सीमा शुक्ला, भाजपा नेता हंसराज बालौती, जिला किसान मोर्चा अध्यक्ष नेहरू सिंह गुर्जर, एसटी मोर्चा जिलाध्यक्ष अजीत बीजलपुर, करौली शहर मंडल अध्यक्ष योगेश शर्मा, करौली देहात मंडल अध्यक्ष गजेंद्र सिंह रतियापुरा, सायपुर मंडल अध्यक्ष नंदकुमार चतुर्वेदी, मासलपुर मंडल अध्यक्ष बालकृष्ण पनवरिया, कुडग़ांव मंडल अध्यक्ष रूपसिंह मीणा, करौली मंडल संयोजक मान प्रकाश शुक्ला, अशोक वर्मा, शेर सिंह जाट, रघुवीर सिंह जादौन, पप्पू सैनी, विजय बैरवा शीलू पाल, सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।