खान मजदूर सुरक्षा संगठन के तत्वावधान में आयोजित धरना-प्रदर्शन में वक्ताओं ने कहा कि इलाके के खनन क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रमिक काम करते हैं। अनेक लोग सिलीकोसिस से पीडि़त हैं। सिलीकोसिस बीमारी के चलते आए दिन श्रमिकों की मौत भी हो रही है, लेकिन पीडि़तों और मृतकों के परिवारों को सहायता राशि नहीं मिल पा रही।
ऐसे में पीडि़त परेशान हैं, लेकिन प्रशासन और सरकार की ओर से गंभीरता नहीं दर्शाई जा रही। दिसम्बर 2018 में स्वीकृत राशि भी अब तक नहीं मिली है। न तो प्रशासन गंभीर है और न राज्य सरकार ध्यान दे रही। 2016 से सिलीकोसिस पीडि़तों के सहायता आवेदन भी लंबित पड़े हैं।
इस दौरान सिलीकोसिस पीडि़तों के परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना, पालनहार योजना, मनरेगा में रोजगार दिलाने के साथ दिव्यांगता का प्रमाण पत्र जारी करने की मांग भी की गई। इसके बाद संगठन की ओर से कलक्टर को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें सिलीकोसिस से मृतकों के आश्रितों को सहायता राशि एक लाख से बढ़ाकर चार लाख रुपए करने की भी मांग की गई है।
इस दौरान विजयसिंह, नेकराम, अमरलाल, राजूलाल, देशराज, बत्तीलाल, दिनेशचन्द, हंसराम मीना सहित अन्य उपस्थित थे। छात्रावास के बच्चों ने की शिकायत
करणपुर. छात्रावास के विद्यार्थियों ने वार्डन पर छात्रावास में अव्यवस्था रखने का आरोप लगा ग्राम पंचायत सरपंच मुरारी मीना व ग्राम विकास अधिकारी रूपचंद योगी को ज्ञापन सौंपा। जिसके बाद सरपंच ने ग्राम सभा में वार्डन को हटाने का प्रस्ताव लिया। बच्चों ने शिकायत में बताया कि उन्हें निर्धारित मापदण्डों के अनुसार खाना नहीं दिया जाता है।छात्रावास में कई अव्यवस्थाएं है। जिनमें भी सुधार के प्रयास नहीं किए जा रहे हैं।