क्षेत्र की पंचायत पटोंदा, दानालपुर, सनेट, इरनिया, गांवड़ी, श्रीमहावीरजी, भालपुर पंचायतों के दर्जनों गांवों के लोगों में भय व्याप्त है। शनिवार को पहुंचे वन विभाग कर्मचारियों ने पद चिह्नों की जांच की। साथ ही समझाइश का ग्रामीणों को डर से उबारने का प्रयास किया।
ग्राम पंचायत पटोंदा सरपंच प्रतिनिधि हरि सिंह मीना ने बताया कि शाम को अंधेरा होते ही कुट्टीन का पुरा पर तेंदुआ व बाघ जैसा जंगली जानवर दिखाई दिया। शोर मचाने पर ग्रामीणों की भीड एकत्रित हो गई। जंगली जानवर को गांव में कई जगह देखा गया। जो खेतों में खड़ी सरसों की फसल में घुस गया।
इधर गांवों में डर का माहौल कायम होने की सूचना पर सुबह क्षेत्रीय वन अधिकारी दशरथ सिंह के निर्देश पर वनपाल गजानंद शर्मा, वन रक्षक रामवीरसिंह सहित वनकर्मियों की टीम गांवों में पहुंची। जहां कुट्टिन का पुरा में खेतोंं में मिल पग मार्क लेकर भरतपुर, अलवर, करौली आदि जगह वनाधिकारियों को भेजे गए। जहां से पग मार्क के जरख के होना बताया। जबकि ग्रामीण इसे मानने को तैयार नहीं हुए।
ग्रामीणों का कहना है कि अंधेरे में धुधलका में नजर आए जंगली जानवर का आकर जरख से भिन्न था। जंगली जानवर के पर्ग मार्क जांचने के दौरान पटोंदा सरपंच उषा मीना, वन एवं वन्य जीव संरक्षण समिति अध्यक्ष कमलराम मीना,ऋषिराज मीना सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।