गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार तीन बड़ के समीप खाली पड़ी भूमि पर लम्बे समय से बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां नियमित रूप से सुबह से ही आकर खड़ी हो जाती हैं। अवैध लाई गई बजरी से भरी ट्रॉलियों के दिनभर खड़े रहने से एक तो बजरी पर प्रतिबंध के आदेशों की धज्जियां उड़ रही थी, वहीं दूसरी ओर दिनभर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के आने-जाने के कारण उडऩे वाली धूल-मिट्टी से आसपास के इलाके के लोग परेशान थे। इसको लेकर पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी।
सूत्रों के अनुसार मंगलवार को सुबह जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल तक मामले की शिकायत पहुंची तो एसपी ने कोतवाली पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर कोतवाली थानाधिकारी नरेन्द्र पारीक सहित पुलिस जाप्ता, यातायात पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, पुलिस को देख ट्रैक्टर-ट्रॉली मालिकों में हड़कंप मच गया और ट्रैक्टरों को भगाने लगे।
पुलिस कार्रवाई करती उससे पहले ही कई ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टरों को भगा ले गए। आठ चालक खुद भाग गए, उनकी आठ ट्रैक्टर-ट्रॉलियां मौके पर रह गई।
कोतवाली थानाधिकारी नरेन्द्र पारीक ने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए आठ ट्रैक्टर-ट्रॉली जब्त की हैं। जबकि कुछ ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को लेकर भाग गए। जब्त किए गए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के खिलाफ नियमानुसार खनन विभाग की ओर से आगे की कार्रवाई की जाएगी। इधर खनि अभियंता डीएस मीना ने बताया कि जब्त की ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। खनि अभियंता ने बताया कि विभाग की ओर से अवैध रूप से बजरी निकासी पर कार्रवाई की जा रही है।