राजस्थान के करौली के राजकीय अस्पताल में अनदेखी की मार मरीजों पर भारी, बिजली गुल, सफाई बाधित
//www.patrika.com/tags/rajasthan-patrika-hindi-news/
राजस्थान के करौली के राजकीय अस्पताल में अनदेखी की मार मरीजों पर भारी, बिजली गुल, सफाई बाधित
करौली. प्रबंधन की अनदेखी करौली के राजकीय सामान्य अस्पताल में मरीजों पर भारी पड़ रही है। अनदेखी की वजह से अस्पताल में हरपल बिजली बाधित रहती है, वहीं सफाई व्यवस्था ठप होने से संक्रमण फैलने की आशंका है। राजकीय सामान्य अस्पताल में रविवार को सुबह सात से नौ बजे तक बिजली आपूर्ति बंद रही। जिससे वार्डों में अंधेरा छा गया। मेडिकल व ट्रोमा वार्ड में मरीज गर्मी से अकुला रहे थे। लेकिन कर्मचारियों ने बिजली की व्यवस्था के लिएजनरेटर चालू नहीं किया। लगभग नौ बजे चिकित्सकों के राउण्ड पर आने का समय होने पर जनरेटर को चालू किया गया। इस दौरान वार्डों के पंखे तो चालू हुए, पर कूलर चालू नहीं हुए। इसी प्रकार सफाई की व्यवस्था भी पूरी तरह से बाधित है। वार्डों की दीवार पीक से सनी हुई है। जिनकी सफाई काफी समय से नहीं की गई है। वार्डों में सिरिंज व बोतल भी पड़ी रहती है। सर्जिकल व मेडिकल पुरुष वार्ड के समीप शौचालयों की गंदगी से भी मरीजों का वार्डो में इलाज कराना दूभर हो रहा है।
पर्ची काउंटर और आउटडोर में लम्बी भीड़
राजकीय अस्पताल में पर्ची काउंटर की व्यवस्था चरमरा गई है। अस्पताल में रोजाना लगभग दो हजार का आउटडोर रहता है। लेकिन अधिकतर समय दो या तीन पर्ची काउंटर ही खुले रहते हैं। जिन पर मरीजों की लम्बी लाइन जाती है। आधे से एक घंटे में मरीजों के परिजनों को काउंटर से पर्ची मिल पाती है। काउंटरों पर अतिरिक्त संविदाकर्मियों की व्यवस्था भी नहीं की हुई है। जिससे भी मरीजों को इंतजार करना पड़ता है। मरीजों की संख्या के हिसाब से चार से पांच डॉक्टर आउटडोर कक्ष में बैठाने का प्रावधान किया हुआ है, पर दो या तीन चिकित्सक ही आउटडोर कक्ष में बैठते हैं। इस कारण मरीजों को चिकित्सकों को दिखाने में मशक्कत करनी पड़ती है। रविवार को भी आउटडोर से लेकर मुख्य दरवाजे तक मरीजों की लाइन लग गई। इसके बाद भी आउटडोर में चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है।
पलंगों पर चद्दरों का अभाव
राजकीय सामान्य अस्पताल व मण्डरायल रोड स्थित मातृ शिशु कल्याण स्वास्थ्य केन्द्र में पलंगों पर चद्दरों का अभाव है। मेडिकल वार्ड के साथ मातृ शिशु कल्याण स्वास्थ्य केन्द्र के प्रसूती व बच्चा वार्ड में बिना चद्दर का पलंग मरीजों को दिया जा रहा है। इसके अलावा अन्य वार्डों में चद्दरों की सफाई भी नियमित रूप से नहीं की जाती है। जिससे संक्रमण फैलने की आशंका है। सम्पन्न परिवारों के मरीज अपने घरों से चद्दर लेकर अस्पताल जाते है। लेकिन निर्धन तबके के मरीजों को गंदी चद्दरों का ही उपयोग करना पड़ता है।
Home / Karauli / राजस्थान के करौली के राजकीय अस्पताल में अनदेखी की मार मरीजों पर भारी, बिजली गुल, सफाई बाधित