इसी बीच प्रशासन के कुछ अधिकारी कुड़गांव थाने पर पहुंच गए। जहां पर अतिरिक्त जिला कलक्टर राजनारायण शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार यादव से थाने पर वार्ता हुई। इस दौरान डॉ. मीना ने कहा कि ओवरलोड के मामले पर कार्रवाई पुलिस के स्थान पर सम्बन्धित परिवहन विभाग ही करें। जिसे लेकर प्रशासन राजी हो गई। साथ ही उन्होंने वन विभाग द्वारा इस मामले पर वन कानून के तहत कार्रवाई करने की मांग भी की।
जबकि मौके मौजूद एडीएम ने आश्वासन देते हुए कहा कि वन क्षेत्र में वन विभाग ही मामले पर कार्रवाई करेगा। इसके अलावा डॉ. मीना ने दौलतपुरा, अमगरढ़ सपोटरा सड़क का पुन: निर्माण कराने, विद्युत लाइन के तारों की मरम्मत, सपोटरा थाने में लम्बे समय से कार्यरत पुलिस कर्मियों का स्थानान्तरण कराने की मांग की। जिस पर प्रशासन के अधिकारियों ने उनकी मांगों को पूरा कराने का विश्वास दिलाया।
एएसपी पर घूस का आरोप… वार्ता के दौरान कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष हरिकेश खेड़ला ने सपोटरा थाने के पुलिसकर्मियों पर ओवरलोड के नाम पर अनियमितता बरतने का आरोप लगाया। जिस पर एएसपी राजेश कुमार ने मीना को एसीबी में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी। इसी दौरान ब्लाक अध्यक्ष मीना ने एएसपी पर दो लाख रुपए की रिश्वत लेने का आरोप जड़ दिया। उन्होंने खुलासा किया मैंने स्वयं (हरिकेश) ने एक मामले में एफआर लगाने के बदले दो लाख रुपए की रिश्वत दी, जिसे कुछ देर के लिए माहौल बिगड़ गया। बाद में विधायक किरोड़ीलाल मीना ने मामला शांत कराया।
जाम से लोग परेशान… ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ निकाली गई रैली से सपोटरा, कुडगांव, करौली-गंगापुर सिटी के हाइवे पर जाम लग गया। जिससे छोटे-छोटे बच्चे महिला तथा अन्य यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कुडग़ांव थाने के दौरा डॉ. मीना व अधिकारियों की वार्ता के समय भी वाहन रोड पर खड़े। जिससे जाम लगा रहा।
गुपचुप बात का रहस्य नहीं आया समझ… इस दौरान डॉ. मीना व अतिरिक्त जिला कलक्टर के बीच अनेकों बार गुपचुप तरीके से कान में बात हुई, जिसकी लोगों में चर्चा रही। चर्चा रही कि गत दिनों खनन चौकी से जब्त ओवरलोड वाहनों को लोग जबरन ले गए। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। जिसके बारे में गुपचुप तरीके से वार्ता हुई।