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करौली

बिना टेंडर के काम कराने में उलझा चिकित्सालय प्रशासन अब गली ढूंढता फिर रहा, राजस्थान पत्रिका ने यूं किया था खुलासा

बिना टेंडर निकाले कमरा नंबर 10 में कराया था काम, केस कलक्टर के संज्ञान में आया…

करौलीJun 19, 2018 / 10:40 pm

Vijay ram

बिना टेंडर के काम कराने में उलझा चिकित्सालय प्रशासन अब गली ढूंढता फिर रहा, राजस्थान पत्रिका ने यूं किया था खुलासा

बिना टेंडर के काम कराने में उलझा चिकित्सालय प्रशासन अब गली ढूंढता फिर रहा, राजस्थान पत्रिका ने यूं किया था खुलासा


करौली.
अस्पताल के कमरा नंबर दस में बिना टेंडर के काम कराने के मामले में उलझा चिकित्सालय प्रशासन गली तलाश रहा है।

मंगलवार को हो चुके काम की टेंडर औपचारिकता होनी थी लेकिन ये टेंडर नहीं हो सके। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया में कोई हिस्सा लेने नहीं पहुंचा। हालांकि यह प्रक्रिया औपचारिक ही थी क्योंकि कमरे में काम पहले ही कराया जा चुका है। सामान्य चिकित्सालय के कक्ष नंबर १० में एल्म्युनियम एवं शीशा के केबिन मय गेट पार्टिशन का काम कराने के लिए टेंडर निकालने को प्रमुख चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी गठित है। इस कमेटी की निगरानी में मंगलवार को टेंडर प्रक्रिया पूरी होनी थी।
असल में कक्ष में पहले ही करीब-करीब काम पूरा हो चुका है। काम कराने के बाद टेंडर प्रक्रिया करने की गड़बड़ी का मंगलवार को राजस्थान पत्रिका में खुलासा किया गया था। इसके बाद से अस्पताल प्रशासन अब इस मामले में गली ढूंढता नजर आ रहा है।
”मामला मेरे संज्ञान में आया है। इस मामले की जांच किसी एकाउंटेंट से कराएंगे। इसकी वास्तविकता का पता लगाया जाएगा।”
अभिमन्यु कुमार, जिला कलक्टर

इधर, चिकित्सक ने कराया पुजारी को उपवास
करौली. एक सड़क हादसे में जख्मी हुए दाऊजी मंदिर के पुजारी भगवानदास बाबा को सोमवार रात से मंगलवार शाम तक चिकित्सक ने उपवास करा दिया। सड़क हादसे में जख्मी होने के बाद से चिकित्सलय में भर्ती हुए पुजारी का मंगलवार को ऑपरेशन किया जाना था। एक अस्थि रोग विशेषज्ञ ने सोमवार रात से ही पुजारी को बिना पानी-खाने के रहने की सलाह देते हुए मंगलवार को ऑपरेशन करने की बात कही।
पुजारी करीब २० घंटे ऑपरेशन कराने के इंतजार में भूखा-प्यासा पड़ा रहा। सामान्य चिकित्सालय के किसी भी चिकित्सक ने उसकी सुध नहीं ली। शाम को जानकारी करने पर उसे बताया गया कि मंगलवार का ऑपरेशन नहीं होगा। इस मामले में पीडि़त पुजारी ने चिकित्सालय प्रशासन से शिकायत भी की है।

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