रैली को महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. सुनील अग्रवाल ने रवाना किया। रैली महाविद्यालय के आस-पास की कॉलोनियों से होकर निकली। छात्राध्यापिकाओं ने पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करने के नारे लगाए। साथ ही पॉलीथिन से पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में बताया। रैली के समापन पर प्राचार्य ने छात्राध्यापिकाओं को अपने गांव व शहर को स्वच्छ बनाने तथा पॉलीथिन का दैनिक जीवन में उपयोग नहीं करने की शपथ दिलाई।
छात्राध्यापिकाओं ने शपथ पर खुद अमल कर दूसरों को भी प्रेरित करने का संकल्प लिया। इस दौरान छात्राध्यापिकाओं ने इस साल अपने जीवन के ७० घंटे देश के लिए समर्पित करने का संकल्प भी लिया। इससे पूर्व महाविद्यालय के सभागार में आयोजित स्वर्णिम भारत कार्यक्रम में व्याख्याताओं ने छात्राध्यापिकाओं को पर्यावरण संरक्षण और पॉलीथिन के दुष्प्रभावों के बारे में बताया। छात्राध्यापिका कुमकुम मीणा ने महाविद्यालय परिसर को स्वच्छ और पॉलीथिन मुक्त बनाने की बात कही।