करौली

करोड़ों हुए खर्च फिर भी जलभराव से नहीं निजात

टोडाभीम. कस्बे में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी जलभराव की समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। जिससे वातावरण खराब हो रहा है। बालाजी मंदिर के आसपास गंदा पानी जमा होने से कीचड़ पनप रहा है। जिससे बालाजी के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं व आमजन को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

करौलीNov 11, 2018 / 11:29 am

Jitendra

करोड़ों हुए खर्च फिर भी जलभराव से नहीं निजात

टोडाभीम. कस्बे में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी जलभराव की समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। जिससे वातावरण खराब हो रहा है। बालाजी मंदिर के आसपास गंदा पानी जमा होने से कीचड़ पनप रहा है। जिससे बालाजी के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं व आमजन को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के आसपास पानी भरने की समस्या लम्बे समय से चल रही है। इससे निजात दिलाने के लिए सरकार ने मेहंदीपुर बालाजी को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई थी। जिसके तहत प्रथम फेज में बालाजी मंदिर के सामने गंदे पानी के भराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए साढ़े तीन करोड़ की लागत से सीवर लाइन का कार्य कराया गया
जो पूरा भी हो गया, लेकिन फिर भी मंदिर के सामने गंदे पानी के भराव की समस्या से निजात नहीं मिल पाई और अभी भी बालाजी मन्दिर के रास्ते में नाली का पानी सड़क पर जमा हो जाता है। बालाजी मन्दिर के पास कलकत्ता वाली
धर्मशाला से टोडाभीम रोड तक सड़क पर खड़े होने वाले दर्शनार्थियों एवं आने जाने वाले लोगों को सड़क पर भरे इस कीचड़ युक्त पानी में होकर निकलना पड़ता है। बालाजी मन्दिर के सामने
भरे रहने वाले गंदे पानी पर श्रद्धालुओं ने रोष जताया है। बालाजी के दर्शन को आए चित्रकूट के श्रद्धालु ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि सरकार ने सीवर लाइन तो डाल दी, लेकिन पानी के भराव की समस्या अभी भी बनी हुई है। इस दूषित पानी का बहाव सीवर लाइन की ओर होना चाहिए। दिल्ली के श्रद्धालु अजय सक्सेना ने बताया कि दीपावली के दिन भी जलभराव की समस्या बनी
रही। इन्होंने कहा कि वे पिछले 15 साल से नियमित रूप से बालाजी के दर्शन को आ रहे हैं। बालाजी मन्दिर के सामने सड़क पर पानी भरना प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है। इन्होंने सुझाव दिया कि निर्माण इस प्रकार से होना चाहिए कि सड़क पर पानी जमा होने की बजाय सीवर लाइन की ओर रुख करें।

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