scriptचम्बल-नादौती लिफ्ट परियोजना, अगले एक साल में प्यासे गांवों को मिलेगा चम्बल का पानी | Thirsty villages will get Chambal water in a year | Patrika News
करौली

चम्बल-नादौती लिफ्ट परियोजना, अगले एक साल में प्यासे गांवों को मिलेगा चम्बल का पानी

करौली। चम्बल-नादौती लिफ्ट परियोजना से एक साल में प्यासे गांवों को मिलेगा चम्बल का पानी । जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव पहुंचे मण्डरायल चम्बल परियोजना स्थल । परियोजना की कार्यकारी कम्पनी के अधिकारी, गंगापुरसिटी विधायक तथा विभाग के अधिकारी भी रहे मौजूद। नादौती व गंगापुरसिटी के 926 गांवों को मिलना है पानी। राजेश यादव ने विभागीय अधिकारियों और परियोजना की ठेका फर्म एसपीएमएल के सुशील सेठी से बकाया काम पूरा होने की अवधि के बारे में जाना।

करौलीOct 28, 2020 / 08:03 pm

Surendra

चम्बल-नादौती लिफ्ट परियोजना, अगले एक साल में प्यासे गांवों को मिलेगा चम्बल का पानी

चम्बल-नादौती लिफ्ट परियोजना, अगले एक साल में प्यासे गांवों को मिलेगा चम्बल का पानी

चम्बल-नादौती लिफ्ट परियोजना….
अगले एक साल में प्यासे गांवों को मिलेगा चम्बल का पानी
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव पहुंचे मण्डरायल में चम्बल परियोजना स्थल पर
परियोजना की कार्यकारी कम्पनी के अधिकारी, गंगापुरसिटी विधायक तथा विभाग के बड़े अधिकारी भी रहे मौजूद
नादौती व गंगापुरसिटी के 926 गांवों को मिलना है 160 एमएलडी पानी
मण्डरायल/ करौली। चम्बल नादौती लिफ्ट सिंचाई परियोजना से गंगापुरसिटी तथा नादौती के प्यासे गांवों को आगामी एक वर्ष में पानी मिल सकेगा। यह जानकारी बुधवार को परियोजना के कामकाज की स्थिति का जायजा लेने मण्डरायल पहुंचे जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने दी।
उन्होंने बताया कि सरकार की मंशा इस परियोजना को जल्दी पूरा करके परियोजना से लाभांवित होने वाले सभी 926 गांवों में पानी पहुंचाने की है। इसके लिए राज्यसरकार गंभीर है और गंगापुरसिटी के विधायक लगातार प्रयत्नशील हैं। सरकार की मंशा के अनुरूप अब परियोजना के लम्बित कामों में तेजी लाई जाएगी और आगामी एक साल में इसे पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि परियोजना में मुख्य पाइप लाइन डालने का काम 72 प्रतिशत पूरा हो चुका है जबकि शहर, कस्बों और गांवों में पानी वितरण की लाइन डालने का काम 65 प्रतिशत तक पूरा हो गया है।
उम्मीद है कि अगले एक साल में ये सभी कार्य पूरे हो जाने पर परियोजना के लक्ष्य के अनुरूप सभी 926 गांवों में 160 एमएलडी (मिलियन लीटर डे- लाख लीटर दैनिक-) पानी पहुंचने लगेगा। उन्होंने जानकारी दी कि हालांकि अभी पेयजल संकट से अधिक त्रस्त रहे गंगापुरसिटी तथा नादौती के कुछ इलाकों में 16 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जा रही है। इससे पहले प्रमुख शासन सचिव ने करौली सर्किट हाउस में इस परियोजना को लेकर जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग से भी चर्चा की।
उन्होंने चंबल नदी पर पहुंचकर परियोजना के चल रहे कार्य का निरीक्षण किया। साथ ही ठेका कंपनी के प्रतिनिधियों और अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान गंगापुर विधायक रामकेश मीणा के अलावा परियोजना की ठेका फर्म के प्रबंध निदेशक सुशील सेठी, विभाग के मुख्य अभियंता सीएम चौहान, अतिरिक्त मुख्य अभियंता भरतपुर, करौली अधीक्षण अभियंता रामनिवास मीणा, सवाई माधोपुर के अधीक्षण अभियंता सीताराम मीणा भी मौजूद रहे। प्रधान सचिव राजेश यादव ने विभागीय अधिकारियों और परियोजना की ठेका फर्म एसपीएमएल के परियोजना निदेशक सुशील सेठी से परियोजना में देरी और अन्य बिंदुओं पर चर्चा की। साथ ही बकाया काम पूरा होने की जानकारी लेकर उसके पूरा होने की अवधि के बारे में जाना।
गलती किसकी ये समीक्षा बाद में

परियोजना के पूरा होने में देरी तथा इसमें किसकी रही लापरवाही के सवाल के जवाब में राजेश यादव ने कहा कि पहली प्राथमिकता परियोजना को पूरा करके पेयजल संकट ग्रस्त गांवों में पानी पहुंचाने की है। देरी के लिए गलती किसकी है, यह समीक्षा परियोजना के पूरा होने पर की जाएगी। वे बोले कि देरी से परियोजना की लागत बढऩे के साथ अन्य समस्याएं भी पैदा हुई हैं। लेकिन देरी में किसी एक की गलती नहीं रही है। शुरूआत में तो वन पर्यावरण से क्लीयरेंस में ही देरी हुई। इसके बाद में कंपनी की गलती सामने आने पर 11 करोड़ रुपए का जुर्माना भी किया गया। आगे परियोजना के पूरा होने के बाद फिर से इसकी समीक्षा और गलतियों का आकलन किया जाएगा।
गौरतलब है कि यह परियोजना वर्ष 2005 में स्वीकृत हुई थी। इसके बाद 5 वर्ष वन पर्यावरण मंत्रालय से एनओसी की प्रक्रिया में गुजर गए। बीते एक दशक से ये परियोजना मंद गति से रेंग रही है। इस कारण से तीन चौथाई काम भी पूरा नहीं हो सका है। बीते एक वर्ष से तो परियोजना का काम बंद ही पड़ा है।
बोले विधायक हमको तो पानी चाहिए
विधायक रामकेश मीणा ने बोले कि इस परियोजना को पूरा कराकर इलाके की पेयजल समस्या का समाधान कराने के लिए वे लगातार प्रयासरत हैं। इस बारे में मुख्यमंत्री से भी कई बार मुलाकात की है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने प्रधान सचिव सहित विभाग के अधिकारियों की पूरी टीम को यहां भेजा है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि इस परियोजना में देरी कैसे हुई और कौन इसके लिए जिम्मेदार है, इस विवाद में वे नहीं जाना चाहते। हम तो हमारे इलाके में जल्दी से जल्दी पानी चाहते हैं। विधायक ने कहा कि इलाके में पानी को लेकर रेगिस्तान जैसे हालात है। इस परियोजना से इलाके के लोगों को काफी उम्मीद बनी हुई है। विधायक ने बताया कि प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव तथा कंपनी के निदेशक सेठीजी से उन्होंने इस परियोजना को जल्दी पूरा कराने का आग्रह किया है। यादव जी ने एक साल में परियोजना को पूरा कर देने का भरोसा दिलाया है।
इस दौरान प्रमुख शासन सचिव राजेश यादव ने गंगापुरसिटी विधायक रामकेश मीणा के इस परियोजना के लेकर किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की। यादव बोले कि उनके प्रयासों के कारण वर्तमान में 16 लाख लीटर प्रतिदिन पानी में से गंगापुरसिटी के अधिक समस्या वाले इलाके में वर्ष 2018 से 5 लाख लीटर पानी रोजाना भेजा जाने लगा है। अभी भी वे इस परियोजना को गति देने के लिए यहां तक आए हैं।

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