परम्परा के अनुसार भगवान महावीरजी के मेले के दौरान भगवान जिनेन्द्र की रथयात्रा निकलती है। रथयात्रा गंभीर नदी के तट पर पहुंचती हैं, जहां परम्परा के अनुसार गंभीर नदी के पानी से भगवान का अभिषेक किया जाता है। इसी के मद्देनजर पांचना बांध से गंभीर नदी के लिए पानी छोड़ा जाता है।
पांचना से पानी छोडऩे से श्रीमहावीरजी, टोडाभीम इलाके तक की गंभीर नदी हिलोरे मारेगी। सूखी पड़ी गंभीर का पेटा जहां पानी से मुस्कुराएगा, वहीं क्षेत्र के जलस्रोत भी रिचार्ज हो सकेंगे। इसके अलावा गर्मियों में पशु-पक्षियों को भी पानी मिल सकेगा।
गत वर्ष बारिश की कमी के चलते पांचना बांध में पर्याप्त पानी नहीं था। इसके चलते श्रीमहावीरजी मेले के लिए पानी नहीं छोड़ा जा सका। जबकि इस बार मानसून में झमाझम बारिश के बाद पांचना में पर्याप्त पानी है। कुल 258.62 मीटर की भराव क्षमता के पांचना बांध में वर्तमान में 255 मीटर पानी हिलोरे मार रहा है।