आरोपी हैं फरार
प्रेम प्रसंग में हत्या से जुड़ा यह मामला है शाहाबाद क्षेत्र का। इस क्षेत्र के गांव जनेसरों के निवासी मोहन का शव पुलिस ने इंद्री लाडवा रोड पर अंधगढ़ के जंगल से बरामद किया था। जिसकी पहचान शाहाबाद के कलसाना गांव के रहने वाले 30 वर्षीय मोहन के रूप में हुई थी। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे मोहन के भाई सोहन की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। शुरू में पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही थी कि मृतक इंद्री लाडवा रोड पर क्या करने पहुंचा।
महिला का आया था कॉल
जांच में पुलिस को पता चला है कि वारदात की रात मृतक के भाई सोहन के मोबाइल पर अज्ञात नंबर से कई बार कॉल आए थे। अगले दिन सुबह फिर अज्ञात नंबर से एक महिला का कॉल आया। कॉल करने वाली महिला ने सोहन को बताया कि रात मोहन मुझसे मिलने आया था। जब मोहन उस महिला के पास से जा रहा था तो भाई ने देख लिया। इसके बाद महिला के भाई और उसके दोस्तों ने पहले तो मोहन की पिटाई की और फिर उसके बाद उसे चाकुओं से घायल कर जंगल में फेंक दिया।
कॉल से चला पता
मोहन के भाई ने जब महिला के फोन कॉल की जानकारी पुलिस को दी तो सारी कहानी एकदम साफ हो गई। पुलिस के अनुसार जनेसरो की रहने वाली मोहन की प्रेमिका की शादी बराड़ा (अंबाला) के राहवा गांव में हुई थी। शादी के बाद से ही पति से उसकी अनबन रहने लगी। इस दौरान मोहन राहवा में ही अपने रिश्तेदार के यहां गया हुआ था, जहां दोनों की आपस में मुलाकात हो गई। इसके बाद दोनों एक दूसरे से मिलने जुलने लगे। मोहन की प्रेमिका महीना भर पहले ही अपने पति को छोड़कर अपने मायके (जनेसरो) आ गई थी। मोहन जनेसरो में ही अपनी प्रेमिका से मिलने आता था।
चाकू मार कर जंगल मे पटका
तीन वर्ष पूर्व मोहन की शादी पुण्डरी जिला कैथल की रहने वाली सविता के साथ हुई थी। शादी के दो वर्ष बाद ही सविता की मृत्यु हो गई थी। मोहन का कोई बच्चा भी नहीं था। करीब सात माह पूर्व मोहन इंद्री के एक गांव की महिला के संपर्क में आया, जिसके बाद दोनों एक दूसरे से मिलने लगे। वारदात की रात भी मोहन इसी महिला से मिलने आया था। फोन करने वाली महिला ने सोहन को बताया कि रात मोहन मुझसे मिलने आया था। जब मोहन उस महिला के पास से जा रहा था तो भाई ने देख लिया। इसके बाद महिला के भाई और उसके दोस्तों ने पहले तो मोहन की पिटाई की और फिर उसके बाद उसे चाकुओं से घायल कर जंगल में फेंक दिया।