यह पहला अवसर पर नहीं है जब किसी आईएएस को सेवानिवृत्ति के बाद नियुक्ति प्रदान की गई है। हालांकि वर्तमान मनोहर सरकार के मंत्री विपक्ष में रहते हुए पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा लिए गए ऐसे ही फैसलों का विरोध करते रहे हैं लेकिन मौजूदा सरकार इससे पहले सेवानिवृत्त डीजीपी एसएन वशिष्ठ, यशपाल सिंघल, रिटायर्ड आइएएस राजन गुप्ता और डा. केके खंडेलवाल समेत आधा दर्जन से अधिक सीनियर अधिकारियों को अच्छे पद सौंप चुकी है।
रामनिवास की नियुक्ति के बाद प्रदेश में निकट भविष्य में सेवानिवृत्त होने वाले आईएएस अधिकारी भी अब कतार में आ गए हैं। राज्य में इस साल छह सीनियर आइएएस अधिकारी सेवानिवृत्त हो रहे हैैं। मुख्य सचिव डीएस ढेसी 30 जून को और युद्धवीर सिंह मलिक की 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। मलिक केंद्रीय सडक़ परिवहन मंत्रालय में सचिव हैैं। कृषि विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव नवराज संधू की रिटायरमेंट 30 नवंबर और मौजूदा गृह सचिव एसएस प्रसाद की रिटायरमेंट 31 जुलाई को इसी साल है। ब्यूरो आफ इंडियन स्टैैंडर्ड में डीजी सुरीना राजन तथा डीपीआर समीरपाल सरों का रिटायरमेंट 31 अगस्त को है।