सोमवार को हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा था कि मंगलवार को करनाल में महापंचायत होगी, उसके बाद किसान मिनी सेक्रेटेरिएट का घेराव करेंगे। किसान नेता तथा संगठन मोदी सरकार द्वारा गत वर्ष बनाए गए कृषि बिलों का विरोध करते हुए उन्हें पूरी तरह से रद्द करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
इससे पहले भी किसानों ने 28 अगस्त को भाजपा की एक बैठक में जा रहे नेताओं का विरोध करने का प्रयास किया था जिस पर हरियाणा पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसमें एक किसान की मृत्यु हो गई थी तथा दस से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे जिन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। किसान मोर्चा ने लाठीचार्ज का आदेश देने वाले पुलिस अधिकारी आयुष सिन्हा के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज करने तथा उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है।
लाठीचार्ज के बाद किसान नेताओं द्वारा इस मुद्दे को उछाले जाने के बाद हरियाणा सरकार ने आयुष सिन्हा सहित 19 आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया था हालांकि मुख्यमंत्री ने भी पुलिस कार्रवाई का बचाव किया था। अब किसान नेता मृतक किसान के परिवार के लिए 25 लाख रुपए मुआवजा तथा परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं जबकि घायल किसानों को भी दो लाख रुपए प्रत्येक किसान को देने की मांग सरकार से की जा रही है।