सेक्टर प्रभारी ने कहा कि बसपा सुप्रीमो बहन मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून का विरोध किया। ये असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि बहनजी ने कहा था कि अगर विधेयक लाना भी था तो तमाम दलों के राजनेताओं से सलाह मशवरा करना चाहिए था। सबके बीच में प्रस्ताव रखना चाहिए था। उसके बाद सबकी राय से ये काम करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सीएए का बसपा पुरजोर विरोध करती है।
वहीं कानून व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में गुंडागर्दी, लूट, डकैती, हत्या, बलात्कार चर्म सीमा पर है। सरकार वारदातों पर लगाम लगा नहीं लगा पा रही है। बसपा की सरकार में अगर कोई पार्टी का कार्यकर्ता क्राइम करता था तो उसे तत्काल पार्टी से बाहर निकाल दिया जाता था। लेकिन भाजपा अपराधियों को शरण देने का काम कर रही है।