आपको बता दें कि कासगंज जिले में सट्टे के अवैध कारोबार को लेकर कई जिदंगिया बर्बाद हो चुकी हैं। सौरभ ठाकुर, बॉबी जैन, सतीश खटका की जाने चली गई। इसके बावजूद सट्टे का अवैध कारोबार गली मोहल्लों में अमरबेल की तरह फैलता चला गया। जिले में नासूर बनते जा रहे सट्टा-जुआ के कारोबार को पुलिस कप्तान अशोक कुमार सिंह ने जड़ से समाप्त करने की पहल की है। पहले सटोरियों को अखबार के माध्यम से चेतावनी दी कि कासगंज पर मेहरबानी बनाए रखो। बाद में उन्होंने सटोरियों को पुलिस कार्यालय में बुलाकर दरबार सजाया और उनसे संकल्प लिया कि न सट्टा जुआ करेंगे और न दूसरों को करने देंगे। इसके बावजूद बडे सटोरियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। ये पुलिस कप्तान द्वारा सजाये गये सटोरियों के दरबार में नहीं पहुंचे थे। उन्हें तो थाना स्तर पर सेटिंग कर अपना पैसा कमाना है।