बता दें कि कासगंज शहर में अवैध सट्टा कारोबार फल-फूल रहा था। सट्टेबाजों ने शहर में कई जगह अपने ठिकाने बना रखे थे। जहां से सट्टे का काराबोर संचालित करते थे। बताया जाता है कि यह अवैध कारोबार सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के संरक्षण में फल-फूल रहा था। जिससे पुलिस भी इन सटोरियों पर हाथ डलाने पर कतराती थी। जिससे सट्टेबाज बेखौफ होकर अपना धंधा चलाते थे। वहीं शहर के युवक सट्टेबाजी के मकड़जाल में फंसते जा रहे थे।
इस मामले की शिकायत स्थानीय नेताओं ने बाढ़ दौरे पर आए सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह से की। जिस पर सिंचाई मंत्री ने डीएम, एसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद शनिवार शाम को पुलिस ने सटोरियों के खिलाफ छापेमारी की। कोतवाली पुलिस ने गंदानाला स्थित राशिद की खाईवाडी पर छापा मारकर 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि सट्टा माफिया मौके से फरार हो गया।
एसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि एक सट्टे की खाईवाड़ी से 10 लोगों को गिरफ्तार कर 18 हजार की नकदी बरामद की है। मौके से भारी मात्रा में पर्चियां भी मिली है। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि सट्टा का कारोबार करने वालों के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। किसी भी कीमत पर शहर में सट्टे का कारोबार नहीं होने दिया जाएगा।