दरअसल बेसिक शिक्षा को पटरी पर लाने और लापरवाह शिक्षकों पर नकेल कसने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्ररेणा एप का शुभारंभ किया है लेकिन शिक्षकों को यह प्ररेणा एप रास नहीं आ रहा है। इसी को लेकर शिक्षकों ने प्रदेश भर के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध शुरू कर दिया है। तीन दिवसीय विरोध के पहले दिन बीएसए कार्यालय पर शिक्षक, शिक्षकिओं ने नारेबाजी करते हुए कहाकि जब जब शिक्षक बोला है, तब तब शासन डोला है। प्ररेणा एप गो बैक। उनका साफ तौर पर कहना था कि प्ररेणा एप शिक्षक विरोधी एप है। इसे कोई भी डाउनलोड नहीं करेंगा। उन्होंने कहा कि शिक्षक एप पर सेल्फी डालते रहेंगे, तो पढ़ाई नहीं हो पायेगी।