शनिवार की रात आसमान से बरसे ओले और बारिश से किसानों के सजे हुए अरमान धरासाई हो गए। गेंहू की लहलाती फसल पूरी तरह से बिछ गई। अन्नदाताओं को यह बारिश और ओले किसी आफत से कम नहीं हैं। किसानों ने बताया कि गेंहू की फसल को कर्ज लेकर बोया था और उन्हें उम्मीद थी कि इस बार यह गेंहू की फसल उनके चेहरों पर खुशी लेकर आयेगी लेकिन शनिवार को बेमौसम बारिश और ओले आफत बनकर टूट गए।
कासगंज विकास खंड क्षेत्र के गांव किलौनी रफातपुर गांव के किसान अरविंद ने बताया कि उन्होंने गेंहू की फसल को केसीसी कार्ड पर लोन लेकर की थी, लेकिन कुदरत के कहर ने उन्हें घर का न घाट का छोड़ा अब किस तरह से परिवार का भरण पोषण होगा और किस तरह से पालन पोषण होगा।
किसान रामसेवक ने बताया कि बेमौसम बारिश ने किसानों के अरमानों को चौपट कर दिया। किसान पहले से ही मरा हुआ था, किसान दिन रात मेहनत कर आवारा गोवंशों से परेशान था और रात में हुई बारिश से किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है। किसानों का भारी नुकसान हुआ है किस तरह से वह लोन अदा करेगा, यह एक चिंता का विषय है।