यह वाक्या हुआ कटिहार जिले के पोठिया-डूमर पीडब्ल्यूडी सड़क पर मनभारती चौक के समीप। पूर्णिय जिले के श्रीपुर गांव का अमित कुमार अपनी कंपनी के काम से सुबह दस बजे मोटर साइकिल से बरारी गया था। शाम को करीब साढ़े छह बजे वह बरारी से गांव की तरफ लौट रहा था। पोठिया-डूमर पीडब्ल्यूडी सड़क पर मनभारती चौक के समीप शौच का प्रेशर लगने के कारण अमित ने मोटरसाइकिल को किनारे लगा दिया और खुद झाड़ी के पीछे निवृत्त होने चला गया।
इसी दौरान एक अज्ञात वाहन चोर वहां से गुजरा। मोटरसाइकिल को सड़क किनारे लगा देख कर चोर ने उसको उड़ाने का प्लान बना लिया। चोर मोटरसाइकिल के पास आया तो देखा कि उस वक्त उसका कोई धणी-धोरी वहां मौजूद नहीं है। बस चोर को तो मौका मिलना चाहिए था। चोर को मोटरसाइकिल के पास देख कर झाडिय़ों की पीछे शौच निवृत्त हो रह अमित को पहले तो माजरा समझ में नहीं आया, पर जब चोर मोटरसाइिक को स्टेंंड से उतार कर सीट पर बैठकर उसे ले जाने लगा तो सारी हरकत समझ में आ गई। चोर आराम से मोटरसाइकिल लेकर डूमर की तरफ फरार हो गया।
दरअसल ने अमित की परिस्थितियों का फायदा उठाया कि शौच की हालत में वह ना तो पकड़ सकता है और ना ही दौड़ लगा सकता है। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए चोर मोटरसाइकिल लेकर चलता बना और अमित चाह कर भी कुछ नहीं कर सका। इसके बाद अमित ने जैसे-तैसे ओपी थाने तक पहुंच कर सारी आपबीती सुनाई। पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया गया कि मोटरसाइकिल की डिक्की में उसका मोबाइल, आधार कार्ड, ड्राइविग लाइसेंस, और पर्स भी था, जिसमें पंद्रह सौ रुपए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।