खासबात यह है कि एसडीएम ने 11 फरवरी को जारी आदेश में मेला संचालन के लिए कोविड-19 मानकों का पालन करते हुए 16 फरवरी से 30 फरवरी तक के लिए मेला संचालन की अनुमति ट्रस्ट को दिए जाने संबंधी आदेश जारी किया।
सोशल मीडिया में इस आदेश का मजाक उडऩे के बाद 13 फरवरी को जानकारी एसडीएम तक पहुंची और उन्होंने आदेश संशोधित कर 30 फरवरी की जगह 2 मार्च तक मेला संचालन की अनुमति देने संंबंधी आदेश जारी की। एसडीएम प्रिया चंद्रावत ने बताया कि यह लिपिकीय त्रुटि थी, जिसे सुधार लिया गया है।
बतादें कि बरही नगर परिषद क्षेत्र में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष विजयनाथ धाम शिव मंदिर परिसर में ऐतिहासिक मेला बसंत पंचमी से लगेगा। बता दें कि एक साल से वैश्विक महामारी के चलते मेला आदि के आयोजन की अनुमति नहीं मिल रही थी।
नए साल पर जगह-जगह बड़े-बड़े मेला लगते थे, लेकिन इस साल अनुमति नहीं मिली थी, जिसको लेकर मकरसंक्रांति का पर्व भी फीका रहा। विजयनाथ धाम मंदिर ट्रस्ट कमेटी के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी को आवेदन के माध्यम से मेला लगाए जाने की मांग की गई थी। जिसपर अनुविभागीय अधिकारी प्रिया चंद्रावत ने मेला लगाने के निर्देश दिए हैं, गौरतलब है कि यह कटनी जिले के बरही का यह ऐतिहासिक मेला है जहां मेला का आनंद उठाने लोग दूर-दूर से पहुंचते हैं।
मेले में मौत का कुआं, ड्रेगन झूला, बड़ा झूला, जादू, सर्कस, मीना बाजार सहित मनोरंजन के साधन विभिन्न प्रकार के पहुंचते है। नगर मे मेला लगाए जाने की अनुमति मिलने से व्यापारी और नगरवासियों में खुशी का माहौल है।