काम के दौरान ठेका कंपनी ने लगातार लापरवाही बरती, काम में विलंब हुआ और 40 माह में बनने वाली टनल 11 साल बाद भी अधूरा है। इस काम के पूरा होने से कटनी जिले के बहोरीबंद व रीठी में पेयजल के लिए भी पानी आपूर्ति की योजना है। इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस परियोजना में काम की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं। अनुमान है कि टनल खुदाई का काम 2023 तक पूरा हो जाएगा। पानी सप्लाई के लिए नहर व अन्य काम पहले ही हो चुके हैं। टनल खुदाई को लेकर एनवीडीए के अधिकारी बताते हैं कि 12 किलोमीटर खुदाई में 7.4 किलोमीटर की खुदाई हो गई है।
लीमनाबाद से बहोरीबंद मार्ग 15 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि मार्ग के नीचे टनल खुदाई काम होना है, इसलिए मार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। इस बीच वाहनों के आवाजाही के वैकल्पिक मार्ग से होगा। स्लीमनाबाद से बहोरीबंद के बीच आवागमन के लिए वाहन स्लीमनाबाद पड़वार मार्ग से होते हुए बायपास मार्ग पहुचेंगे। वहां से सर्विस रोड से होते हुए स्लीमनाबाद ब्रिज होकर बहोरीबंद मार्ग पहुचेंगे। 15 दिवस तक स्लीमनाबाद बहोरीबंद मार्ग अवरुध्द रहेगा साथ राष्ट्रीय राजमार्ग भी अभी बंद रहेगा। स्लीमनाबाद बहोरीबंद मार्ग पर आवागमन 6 जनवरी से बंद किया गया है।
टनल खुदाई में स्लीमनाबाद के कई घर और दुकान प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे 73 मकान और 8 दुकानों को सूचना दी गई है। बताया गया है कि उनके निर्माण के नीचे टनल खुदाई का काम होगा, इसलिए आवास व दुकान खाली कर दें। प्रभावित परिवारों के लिए एनवीडीए द्वारा पड़वार मार्ग पर रहने की व्यवस्था की गई है। परिवार स्वयं से भी रहने का इंतजाम कर सकते हैं। 16 मकान मालिकों को समान शिफ्ट करने के लिए चार लाख रूपए की आर्थिक सहायता खाते में ट्रांसफर किया गया है। इन परिवारों को दो दिन में मकान करने कहा गया है।
इस संबंध में एनवीडीए के कार्यपालन यंत्री सहज श्रीवास्तव बताते हैं कि बुधवार को टनल खुदाई का काम स्लीमनाबाद-बहोरीबंद मार्ग तक पहुंच गया। मार्ग को 15 दिन के लिए बंद किया गया है। आगे स्लीमनाबाद बस्ती तक खुदाई पहुंचना है, इससे पहले प्रभावित परिवारों को मकान खाली करने की जानकारी दी गई है।