वाहन चालकों की नहीं होती जांच
शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के थानों में वाहनों की जांच के लिए नाका बनाए गए हैं। पुलिस वहां पर तैनात भी रहती है वह भी सिर्फ चालानी कार्रवाई के लिए। वाहन चालक नशे की हालत में है या नहीं, उसे छोटे वाहन से लेकर बड़े वाहन चलाने का अनुभव है कि नहीं, योग्यता है कि नहीं कुछ भी नहीं देखा जा रहा। आइ ब्रीथ एनालाइजर मशीन का भी कहीं पर उपयोग नहीं किया जाता। शराब, स्मैक, गांजा के नशे में वाहन चालक अंधाधुंध भाग रहे हैं, लेकिन जांच व कार्रवाई कहीं पर होती नहीं दिखती। बड़े-बड़े वाहन राहगीर, बाइक सवार, ऑटो आदि को रौंदकर लोगों को मौत के घाट उतार दे रहे हैं और जिम्मेदार इन्हें रोकने कोई ठोस पहल नहीं कर रहे। पुलिस, परिवहन विभाग, जिला प्रशासन बेपरवाह बना हुआ है।
इनका कहना है
लगातार कार्रवाई जारी है। अभियान चलाकर और कार्रवाई करेंगे। सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं। वाहन चालकों द्वारा कहीं पर नियमों की अनदेखी पाई जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ललित शाक्यवार, एसपी।