जब हमने अधिग्रहण किया था, तभी से खिड़की के कांच टूटे हुए थे। पर्दे लगवाने के लिए कहा गया है। साफ-सफाई भी करवाई जाएगी। फिल्टर व आरओ है। वाटर कूलर भी है।
आरबी सिंह, संचालक पिछड़ा वर्ग।
जिम्मेदारों की उदासीनता से पिछड़ा वर्ग के छात्रावास में रह रहे छात्र हो रहे परेशान
कटनी•Nov 23, 2018 / 11:38 am•
dharmendra pandey
Hostel, student
कटनी. शासकीय तिलक कॉलेज के पीछे बना पिछड़ा वर्ग के छात्रों का छात्रावास जिम्मेदारों की उदासीनता का शिकार हो गया है। छात्रावास में रहने के लिए छात्रों को बेहतर सुविधा नहीं मिल पा रही है। जिसके कारण छात्रावास मेंं रहकर पढ़ाई कर रहे छात्रों को परेशान होना पड़ रहा है।
छात्रावास में निवासरत छात्रों ने बताया कि छात्रावास की खिड़कियों में लगे कांच कई साल से टूटे पड़े है। अंदर ठंडी हवा जा रही है। खिड़कियों में लगाने के लिए एक साल पहले लगभग १०० पर्दे खरीदे गए थे। ये पर्दे अब भी ग_े में बंधे हुए हैं। धूल खा रहे है। बिजली व्यवस्था भी ठीक नहीं है। एक साल से बाथरूम की लाइट बंद है। सालभर पहले सार्ट सर्किट हो गया था। जिसके चलते २५ ट्यूब लाइट खराब हो गई थी, लेकिन प्रबंधन द्वारा इसमें सुधार नहीं करवाया गया। कुछ कमरों में तो छात्रों ने खुद के पैसे बल्व लगवाए। कुछ में अब भी अंधेरा छाया हुआ है।
शुद्ध नहीं मिलता पीने का पानी:
छात्रावास के छात्रों ने बताया कि पीने का शुद्ध पानी भी नहीं मिलता है। पीने के पानी के लिए जो टंकी लगाई गई है, वह टूटी हुई है। टंंकी में लगाने के लिए एक साल पहले छात्रावास में फ्रीजर खरीदा गया था, लेकिन फिल्टर नही होने से यह भी बेकार साबित हो रहा है। पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। छात्रों ने बताया कि कई सप्ताह से साफ -सफाई नहीं हुई है। पूरे परिसर में गंदगी फैली हुई है। छात्रावास में बने शौचालयों से बदबू आ रही है। समस्या को लेकर कई बार अधीक्षक को सूचित किया गया। उसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया।
जब हमने अधिग्रहण किया था, तभी से खिड़की के कांच टूटे हुए थे। पर्दे लगवाने के लिए कहा गया है। साफ-सफाई भी करवाई जाएगी। फिल्टर व आरओ है। वाटर कूलर भी है।
आरबी सिंह, संचालक पिछड़ा वर्ग।
Home / Katni / एक साल से गट्ठे में बंधा पर्दा खा रहा धूल, खिड़कियों के टूटे कांचों से आ रही ठंडी हवा