इनका कहना है
बसों की लगातार घेराबंदी की जांच की जा रही है। नियमों के विपरीत पाए जाने पर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। अब किसी भी हाल में मानकों का उल्लंघन करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
एमडी मिश्रा, जिला परिवहन अधिकारी।
बिना परमिट दौड़ रही थी बस, जांच हुई तो सामने आई हकीकत
कटनी•Feb 20, 2021 / 06:14 pm•
narendra shrivastava
Bus accident, transport department, bus, investigation, permit
कटनी। सीधी हादसे के बाद जिले का परिवहन अमला जागा है और बसों की जांच शुरू की है। जांच के बाद खुलासा हो रहा है कि यहां भी कंडम, बिना नंबर, बिना परमिट, फिटनेस के दर्जनों बसें दौड़ रही हैं और यात्रियों की जान से खुला खिलवाड़ हो रहा है।
शुक्रवार को परिवहन विभाग ने जांच में पाया कि पटेल बस सर्विस की बस क्रमांक एमपी 21 पी 0174 बिना परमिट के दौड़ रही थी। अभी तक परिवहन विभाग की नजर नहीं पड़ी थी। विभागीय सांठगांठ के चलते कागजों में जब बेहतर चल रहा था। शुक्रवार को विभाग के अधिकारी बस स्टैंड पहुंचे, जहां बस पहुंची तो दस्तावेज चेक किए। जांच में पाया कि परमिट ही नहीं है। इस दौरान जिला परिवहन अधिकारी स्वयं बसों में चढकऱ देखा। इस दौरान 34 बसों की जांच की गई। चालक-परिचालक को नियमों का पालन करने निर्देश दिए। इस दौरान इमरजेंसी खिड़ी, महिला सीट, फस्टेड बॉक्स, किराया सूची, यूनीफॉर्म आदि के लिए हिदायत दी गई। हालांकि अभी भी बसों में ओवरलोडिंग जारी है। टीम सिर्फ शहर में कार्रवाई कर रही है। गांव में पहुंचते ही बसों में ओवरलोडिंग का खेल शुरू हो जाता है। गांव की सडक़ों के वैसे ही हालत खराब है। ओवर लोडिंग होने से हादसे का डर बना रहता है। इसके बाद भी न तो बस चालक ध्यान देते हैं न सवारियों को डर लगता है। ठूंस ठूंस कर बसों को भरा जाता है। अधिकतर देखने में यह आता है कि माल वाहकों में भी सवारियों को भरा जाता है। ट्रैक्टर में भी सवारियों ढोने का काम जारी है। जान जोखिम में डालकर लोग यात्रा करने मजबूर हैं।
इनका कहना है
बसों की लगातार घेराबंदी की जांच की जा रही है। नियमों के विपरीत पाए जाने पर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। अब किसी भी हाल में मानकों का उल्लंघन करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
एमडी मिश्रा, जिला परिवहन अधिकारी।