700 किमी दूर तक भेजा था काम पर:
बड़वारा के रुपौद निवासी ठगी के शिकार हुए युवक जीतेंद्र पटेल, रवि व सूरजदीन ने बताया कि कोचिंग संचालक उनके घर गया था। नौकरी लगवाने के लिए 1 लाख 80 हजार रुपये लिए। इसके बाद कोलकाता भेजा और वहां से फ्लाइट से मलेशिया पहुंचे। यहां पर मौजूद एजेंट ने पासपोर्ट जमा करा लिए। युवाओं ने बताया कि मजदूरी कराने के लिए मलेशिया से करीब 500 से 700 किमी. दूर शिबूसारागाह भेजा गया।
2015 में एक्वा शिपिंग सर्विसेस के नाम से चलाता था एजेंसी
आरोपी सुधीर विश्वकर्मा, विश्वकर्मा मेरीटाइम एडं मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के पहले साल 2015 में एक्वा शिपिंग सर्विसेस के नाम पर एजेंसी चलाता था। कुछ दिन चलाने के बाद उसे बंद कर दिया। साल 2016-17 में उसने नई कंपनी खोली और कोचिंग संस्थान चलाने लगा। इसके लिए उसने दद्दाधाम में छात्रावास भी खोला था।
इनका कहना है:
जिले के बड़वारा रुपौद से भी नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार हुए तीन युवक ने कोचिंग संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। मामले में आरोपी कोचिंग संचालक से पूछताछ जारी है। धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी।
संजय दुबे, थाना प्रभारी, माधवनगर।
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कटनी. गरीब परिवारों के बच्चों को जहाज में नौकरी दिलाने के नाम पर विदेश में बंधुआ मजदूरी कराने के मामले में पकड़े गए फर्जी कोचिंग संचालक से पूछताछ में दिन-प्रति-दिन नए खुलासे हो रहे हैं। कोचिंग संचालक आरोपी सुधीर विश्वकर्मा बैगलोर में डाटा बेचने वाली कंपनियों से तीन से पांच हजार रुपये में मप्र व उप्र के कक्षा 10वीं व 12वीं पास लड़कों के डाटा खरीदता था। इसके बाद वह कटनी के बरगवां में खुले कार्यालय में युवतियों से फोन लगवाता था। बेरोजगारों को फंसाने के लिए उसने कार्यालय में तीन से चार महिला कर्मचारियों को रखा था। खास-बात यह है कि आरोपी ग्रामीण क्षेत्र के लड़कों को अधिक झांसे में लेता था। भुवनेश्वर व मलेशिया के अलावा मुंबई, चेन्नई व कोलकाता में भी बड़े स्तर पर गिरोह में शामिल एजेंट काम कर रहे हैं। दूसरी तरफ जानकारी मिलने पर बुधवार को बड़वारा ब्लॉक के ग्राम रुपौद के ठगी का शिकार हुए तीन युवक माधवनगर थाना पहुंचे। थाना प्रभारी संजय दुबे को किस तरह से झांसे में आए आपबीती सुनाई।
बड़वारा के रुपौद निवासी ठगी के शिकार हुए युवक जीतेंद्र पटेल, रवि व सूरजदीन ने बताया कि कोचिंग संचालक उनके घर गया था। नौकरी लगवाने के लिए 1 लाख 80 हजार रुपये लिए। इसके बाद कोलकाता भेजा और वहां से फ्लाइट से मलेशिया पहुंचे। यहां पर मौजूद एजेंट ने पासपोर्ट जमा करा लिए। युवाओं ने बताया कि मजदूरी कराने के लिए मलेशिया से करीब 500 से 700 किमी. दूर शिबूसारागाह भेजा गया।
आरोपी सुधीर विश्वकर्मा, विश्वकर्मा मेरीटाइम एडं मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के पहले साल 2015 में एक्वा शिपिंग सर्विसेस के नाम पर एजेंसी चलाता था। कुछ दिन चलाने के बाद उसे बंद कर दिया। साल 2016-17 में उसने नई कंपनी खोली और कोचिंग संस्थान चलाने लगा। इसके लिए उसने दद्दाधाम में छात्रावास भी खोला था।
जिले के बड़वारा रुपौद से भी नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार हुए तीन युवक ने कोचिंग संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। मामले में आरोपी कोचिंग संचालक से पूछताछ जारी है। धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी।
संजय दुबे, थाना प्रभारी, माधवनगर।
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