अस्पताल में ओपीडी का समय सुबह नौ बजे से चार बजे तक किए जाने के बाद सरकार अब यह पता लगा रही है कि अस्पताल में कितने डॉक्टर पूरे समय ओपीडी में मौजूद हैं।
– सिविल सर्जन ओडीपी में मौजूद डॉक्टरों की रिपोर्ट रीजनल डॉयरेक्टर को दे रहे हैं। कटनी जिला अस्पताल में मंगलवार को सात डॉक्टरों के ओपीडी में नहीं रहने की सूचना दी गई है।
-माना जा रहा है कि सरकार को भेजी जा रही खुफिया रिपोर्ट से बेपरवाह डॉक्टरों की मुश्किलें बढ़ सकती है।
कटनी•Jun 05, 2019 / 06:30 pm•
raghavendra chaturvedi
मंगलवार को जिला अस्पताल का ओपीडी कक्ष क्रमांक 6 दोपहर 2.24 बजे खाली रहा
कटनी. जिला अस्पताल में मंगलवार को बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे। इनमें ज्यादातर गांव से आने वाले मरीज थे। इन मरीज व परिजनों को उम्मींद थी कि सरकार के नए आदेश के बाद डॉक्टर ओपीडी में मिलेंगे पर ऐसा हुआ नहीं। जिला अस्पताल का ओपीडी कक्ष क्रमांक 6 दोपहर 2.24 बजे खाली रहा। यहां एक भी डॉक्टर नहीं रहे। मरीजों ने कहा कि सरकार द्वारा ओपीडी टाइमिंग बदलने से दोपहर में डॉक्टर अस्पताल में मिलेंगे तो इलाज में सहूलियत होगी। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि वे चौबीसो घंटे इमरजेंसी कॉल में रहते हैं। ऐसे में पता लगाएंगे कि सुबह नौ से चार बजे तक ओपीडी टाइमिंग के बाद श्रम कानूनों का तो उलंघन नहीं हो रहा है। डॉक्टर इस बात पर भी जोर दे रहे हैं कि यह नियम मेडिकल कॉलेज में क्यों लागू नहीं किया गया।
ओडीपी टाइमिंग बदलने के पहले दिन सोमवार को सोनोग्रॉफी सेंटर, एक्सरे रूम में भी दोपहर में ताला डल गया। डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और जिला अस्पताल प्रबंधन की बेपरवाही का खामियाजा सैकड़ों मरीजों को भुगतना पड़ा। सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक अस्पताल खुले रहने के संदेश के बाद कई मरीज देरी से पहुंचे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी और बगैर उपचार के लौटना पड़ा।
बतादें कि ओपीडी में पंजीयन शाम 3.30 बजे तक होगा। जांच, सोनोग्रॉफी, एक्स-रे, पैथालॉजी लैब भी शाम 4 बजे तक खुलेगा। डॉक्टरों का भोजन अवकाश दोपहर 1.30 से 2.15 तक है। सामान्य दिनों के साथ रविवार एवं अवकाश दिवसों में जिला एवं सिविल चिकित्सालयों में आपातकालीन ओपीडी 24 घंटे खुली रहेगी। विशेषज्ञ और चिकित्सक सुबह 9 से 11 बजे तक अपने वार्डों में राउण्ड लेंगे। सप्ताह में यदि दो दिन का निरंतर शासकीय अवकाश होता है, तो उसमें से दूसरे अवकाश के दिन नियमित ओपीडी सुबह 9 से 11 बजे तक खुली रहेगी।