स्कूल के पास नहीं है खेल मैदान की जगह
सरकारी जमीन आवंटित होने के बाद भी नहीं मिल पाने की वजह से बच्चों को खेल मैदान की सुविधा नहीं मिल पा रही है। परिसर में जो जगह थी उसी को खेल मैदान के रूप में उपयोग किया जा रहा है लेकिन अब परिसर के भीतर ही एक हॉल व दूसरे निर्माण कार्य चल रहे हैं, जिसके चलते छात्रों को खेलने के लिए मैदान की पर्याप्त सुविधा नहीं मिल पाएगी। प्रबंधन का कहना है कि आवंटित जमीन यदि प्रशासन उपलब्ध करा देता है तो बच्चों को खेलने के लिए पर्याप्त मैदान मिल जाएगा।
खास-खास
– स्कूल की जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटवाने प्राचार्य पिछले 8 साल से लगातार कलेक्टर से पत्राचार कर रहीं हैं।
– अतिक्रमणकारी जिम्म्मेदारों से सांठगांठ कर लगातार कब्जा बनाए हुए हैं।
– 10 हजार स्क्वॉयर फीट जमीन तत्कालीन कलेक्टर ने शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय माधवगर को आवंटित की थी।
– स्कूल प्रबंधन ने आवंटित जमीन पर अपना हक जताने बोर्ड लगाया, लेकिन अतिक्रमणकारियों ने बोर्ड को निकालकर फेंक दिया।
नहीं मिली जमीन
जिला प्रशासन द्वारा साल 2011 में स्कूल के पीछे लगभग 10 हजार स्क्वॉयर फीट जमीन स्कूल को आवंटित की थी, लेकिन उस पर कब्जा अब तक नहीं दिलाया गया। कुछ लोगों द्वारा जमीन पर अतिक्रमण भी कर लिया गया है।
विभा श्रीवास्तव, प्राचार्य उत्कृष्ट विद्यालय।
-अतिक्रमण हटवाने मांग की जाएगी
स्कूल की जमीन पर अतिक्रमण होने का मामला सामने आया है। आवंटित जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटवाकर स्कूल को कब्जा दिलाया जाए इसके लिए कलेक्टर से मांग की जाएगी। पत्राचार किया जाएगा।
बीबी दुबे, जिला शिक्षाधिकारी।