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सिविल सर्जन ने चार बार लिखा पत्र, डेढ़ साल में संस्था नहीं लगा पाई सीटी स्कैन मशीन

मशीन लगने में विलंब से जांच में मरीज व परिजनों परेशानी, अस्पताल में भर्ती होने वाले गरीबी रेखा से नीचे के मरीजों को मिलेगी राहत
 

कटनीJan 06, 2020 / 11:38 am

dharmendra pandey

CT scan

इस जगह पर लगाई जाना है सीटी स्कैन मशीन।

कटनी. जिला अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले गरीब परिवारों की सुविधा में एक संस्था की लापरवाही भारी पड़ रही है। यहां बीते डेढ़ साल से सीटी स्कैन मशीन (कम्प्यूटराइज़ एक्सियल टोमोग्राफी) लगाने की प्रक्रिया चल रही है। मशीन अब तक नहीं लग पाई है। इस बीच जिला अस्पताल के सिविल सर्जन भोपाल की संस्था सिद्धार्थ एमआरआई एंड सीटी स्कैन को चार बार पत्र लिख चुके हैं। अस्पताल में मशीन उपलब्ध नहीं होने के कारण मरीजों को जांच की सुविधा नहीं मिल पा रही है। जरुरत पडऩे पर मंहगी फीस देकर जांच कराने विवश हैं।
जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन (कम्प्यूटराइज़ एक्सियल टोमोग्राफी) नहीं है। जिस वजह से गंभीर बीमारी के मरीजों की जांच नहीं हो पा रही है। मरीजों को बाहर जाकर जांच करानी पड़ रही है। अस्पताल में जांच कराने आए मरीजों को बाहर न जाना पड़े और यहीं पर बेहतर जांच की सुविधा मिल जाए, इसके लिए सरकार ने सीटी स्कैन मशीन लगाने का निर्णय लिया। भोपाल की सिद्धार्थ एमआरआई एंड सीटी स्कैन लगाने का काम मिला। टेंडर होने के बाद संस्था ने काम भी शुरू किया, लेकिन डेढ़ साल का समय बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। इधर मशीन नहीं होने के कारण हर माह 70 से 80 मरीज निजी सीटी स्कैन केंद्रों में जाकर जांच करा रहे है। इन्हें दो से ढाई हजार रुपये तक खर्च करना पड़ रहा है।

रैन बसेरा में लगेगी मशीन
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने पहले प्रथम मंजिल पर मशीन लगाने के लिए जगह का चयन किया। मशीन भारी होने और गंभीर मरीजों को आवाजाही में परेशानी को देखते हुए इस स्थान को रद्द कर अब रैन बसेरा का चयन किया गया है। इधर अस्पताल स्टॉफ जगह चयन की सूचना पहले भी दी गई, लेकिन संस्था मशीन ही नहीं भेज पा रही है।

पीपीपी मोड पर संचालन
जिला अस्पताल में सीटी स्कैन का संचालन पीपीपी मोड (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत किया जाएगा। अस्पताल में भर्ती गरीबी रेखा से नीचे के मरीजों की निशुल्क जांच होगी। निजी अस्पताल से आने वाले मरीजों के लिए शुल्क निर्धारित किया जाएगा।

इलाज में मरीजों को यह लाभ:
-सिर, कंधे, रीढ़ की हड्डी, पेट, दिल, घुटना और छाती जैसे अंगों के अंदरूनी चित्र दिखाने के लिए इस मशीन का उपयोग किया जाता है।
-आंतरिक चोट और आंतरिक रक्तस्राव की मात्रा का पता लगाना।
-ब्लड वेसल्स और आंतरिक संरचनाओं की स्टडी करना।
-ट्यूमर के स्थान के बारे में जानना
-इन्फेक्शन का पता लगाना
-हड्डी के फ्रैक्चर और मांसपेशियों से जुड़े विकारों को जानना।
-शरीर के अंगों की आंतरिक स्थिति के बारे में स्पष्ट जानकारी देने वाले इस टेस्ट की खासियत ये है कि इसे करने में कम समय लगता है। इसके लिए शरीर को छेदा भी नहीं जाता है।

-कटनी जिला अस्पताल में सीटी स्कैन का काम 7 से 8 दिन में पूरा हो जाएगा। मशीन रवाना हो चुकी है।
डॉ. सरजीत, एचओड़ी।


-सिटी स्कैन की मशीन लगाने का काम चल रहा है। जो कंपनी काम देख रही है, उससे काम जल्द पूरा करने के लिए कई बार पत्राचार किया जा चुका है। शनिवार को फिर से कंपनी से पत्राचार किया गया है।
डॉ. एसके शर्मा, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल कटनी।
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