जल्दबाजी में गिर जाते हैं यात्री
यात्री अनिल महाजन ने बताया कि मुझे अक्सर काम के सिलसिले में बिलासपुर जाना पड़ता है। कोच डिस्प्ले नहीं होने से रिजर्वेशन वाले कोच को तलाशने के लिए इधर-उधर दौड़ लगाना पड़ती है। महिलाओं, बुजुर्गों के लिए यह बड़ा कष्टकर होता है। जल्दबाजी में चोट लगने की आशंका भी बन जाती है। एक अन्य यात्री आकाश श्रीवास्तव ने बताया कि मैं तो कई बार दूसरे डिब्बे में ही सवार हुआ हूं। रेल चलने पर अपनी सीट तक पहुंचता हूं।
ये है स्टेशन में ट्रेनों व यात्रियों का ट्रैफिक
मुड़वारा रेलवे स्टेशन से फिलहाल 10 जोड़ी यात्री ट्रेनों का आवागमन होता है। इन ट्रेनों से यात्री करने के लिए प्रतिदिन औसतन 3800 से 4200 यात्री यहां पहुंचते हैं। अधिकांश ट्रेनों को प्लेटफार्म क्रमांक 2-3 से होकर निकाला जाता है। आगामी 20 सितंबर से 7 जोड़ी ट्रेनें बढऩे के साथ ही दोगुना यात्री दबाव भी यहां होगा। यात्रियों की संख्या 4 से बढ़कर 8 हजार तक पहुंच सकती है।
इन ट्रेनों का 20 सितंबर से मुड़वारा से होगा आवागमन
गाड़ी संख्या ११४४९ जबलपुर-जम्मूतवी एक्सप्रेस
गाड़ी संख्या ११४६६ जबलपुर-सोमनाथ एक्सप्रेस
गाड़ी संख्या २२१८१ जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस
गाड़ी संख्या १९८१० जबलपुर-कोटा एक्सप्रेस
गाड़ी संख्या १२१२१ जबलपुर-निजामुद्दीन एक्सप्रेस
गाड़ी संख्या १२१८१ जबलपुर-अजमेर एक्सप्रेस
गाड़ी संख्या ११२७१ इटारसी-भोपाल एक्सप्रेस
इनका कहना
स्टेशन में कोच गाइडेंस सिस्टम लगाने के लिए टेंडर हो चुके हैं। जल्द ही उनका कार्य शुरू किया जाएगा। यह बात सही है कि वर्तमान में यात्रियों को समस्या हो रही है।
वीके शर्मा, स्टेशन मास्टर, मुड़वारा