इसके तहत कलेक्टर मिश्रा ने जेल में हाईमास्ट लगाने के साथ ही बैरक की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव मांगा है। उन्होंने कहा है कि बारिश के बाद जेल परिसर की रंगाई-पोताई होगी। जेल की आंतरिक दीवारों पर सकारात्मक स्लोगन लिखवाए जाएंगे। साथ ही कैदियों से मुलाकात के लिए आने वाले उनके परिजनों के लिए शेड और सुलभ कॉम्पलेक्स की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि जेल की चहारदीवारी को और मजबूती प्रदान किया जाएगा। इसस पूर्व लोक निर्माण विभाग चहारदीवारी की मजबूती का परीक्षण करेगा। उन्होंने जिला जेल के चिकित्सा कक्ष में स्टोर की व्यवस्था के लिए आवश्यक फर्नीचर कार्य कराने के निर्देश भी दिया। उन्होंने जेल प्रशासन से कहा कि इन सभी कार्यों से संबंधित प्रस्ताव जल्द से जल्द तैयार कर विभाग को भेजने का निर्देश दिया।
उन्होंने जेल में निरुद्ध महिला कैदियों की छोटी बच्चियों का लाड़ली लक्ष्मी योजना व सुकन्या समृद्धि योजना में पंजीयन की जानकारी ली। साथ ही कहा कि इसकी जांच जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला व बाल विकास विभाग से कराई जाय।
बता दें कि कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने गुरुवार को जिला जेल कटनी का मुआयना किया था। इस दौरान उन्होंने जेल की बुनियादी व आवश्यक व्यवस्थाओं, संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। कलेक्टर ने अपने मुआयना के दौरान जारी निर्देशानुसार संधारित किए जाने वाले रजिस्ट का परीक्षण कर आवश्यक निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। साथ ही जेल में निरुद्ध बंदियों से मुलाकात के लिए निर्धारित कक्ष, रसोई, वॉच टॉवर, चिकित्सा कक्ष, बंदियों के बैरक, जेल में सुरक्षा के लिये किये गये इंतजाम का भी निरीक्षण किया।
मुआयना के दौरान सभी बैरकों का निरीक्षण भी कलेक्टर ने किया। उन्होंने कहा कि यदि किसी बैरक में सीपेज है, तो सीपेज के ट्रीजमेंट और वॉटर हारवेस्टिंग का प्रस्ताव बनाकर शीघ्र प्रस्तुत करें। जिला जेल में स्थापित वॉच टॉवर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जिला जेल में बैरकों की संख्या बढ़ाने के लिए नवीन प्रस्ताव विभाग को भेजने के निर्देश दिए।
जेल निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने पूर्व में अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण के प्रतिवेदन पर की गई कार्रवाई की पड़ताल भी की। इसके तहत बिंदूवार रिव्यू किया। उन्होंने बजट की उपलब्धता भी जानी। साथ ही एमएलसी रजिस्टर भी चेक किया। जेल में हाईमास्ट लाईट के इन्स्टॉलेशन को लेकर कलेक्टर की ओर से डीईओ लेटर विभाग को भेजने के निर्देश दिए। डॉक्टर के विजिट, वॉकीटॉकी, कंप्यूटर, दवाओं के स्टॉक की जानकारी भी ली। पाक शाला में पहुंचकर कैदियों के बनाए गए भोजन की गुणवत्ता की जांच भी की। इस अवसर पर जिला जेल अधीक्षक लीना कोष्ठा सहित संबंधित अधिकारी भी मौजूद रहे।