नगर निगम के अफसरों पर दबाव बनाने के लिए पूर्व के अवैध निर्माण और उन पर कार्रवाई नहीं होने का उदाहरण भी दिया जाता है। खासबात यह है कि ग्रुप के सदस्य सुभाष चौक और शिवनगर में दो निर्माण कार्य को प्रगति देने में सफल भी हो गए हैं। नगर निगम से नक्शा पास हुए बिना चल रहे इन दोनों ही निर्माण पर अधिकारियों द्वारा कार्रवाई नहीं किया जा रहा है। इससे अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
केस-1
कोरोना लॉकडाउन के पहले शिकायत, निर्माण प्रारंभ, कार्रवाई नहीं
सुभाष चौक के समीप चल रहे इस निर्माण कार्य की शिकायत करीब आठ माह पहले नगर निगम में की गई। कार्रवाई के लिए नगर निगम अफसर पहुंचे भी और बिना नक्शा पास होने की बात कहकर काम रूकवा दिया। कुछ निर्माण सामग्री भी जब्त की गई। इस बीच कोरोना और लॉकडाउन के दौरान निर्माण कार्य चलता रहा, लेकिन नगर निगम ने कार्रवाई नहीं की। नागरिकों ने बताया कि बेसमेंट में कई कमरे तैयार हो गए हैं।
केस-2
नगर निगम के नियमों को ताक पर रखकर चल रहा निर्माण
कैलवारा रोड पर शिवनगर मोड़ दुर्गा मंदिर के समीप चल रहे निर्माण की शिकायत नागरिकों ने कई बार नगर निगम में की है। आरोप है कि इस निर्माण के लिए नगर निगम से वैध नक्शा पास नहीं हुआ है। शिकायत के बाद नगर निगम के कर्मचारियों ने मौका निरीक्षण भी किया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। बताया जा रहा है कि समूह के सदस्यों ने नगर निगम के अफसरों पर दबाव बना दिया है। नगर निगम के अधिकारी कार्रवाई की बात कहते हुए बैकफुट पर आ जा रहे हैं।
केस-3
दबा दिया सार्वजनिक स्थल पर निर्माण की फाइल
सावरकर वार्ड स्थित नई बस्ती शंभू टॉकीज गली में सार्वजनिक स्थल पर निर्माण की शिकायत को लेकर डॉ. रूपा लालवानी ने बताया कि नगर निगम के अफसरों को शिकायत में बताया था कि लीला तिवारी ने 1995 में जिस स्थान को कुलिया निस्तार के लिए सार्वजनिक स्थान बताया। उसे बेच दिया गया और निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो गया। जबकि निर्माण की अनुमति नगर निगम से नहीं मिली है। पीडि़ता का कहना है कि इस मामले की शिकायत के बाद फाइल दबा दी गई।
यह भी जानें
– शहर में थोड़ी बारिश के बाद ही कई स्थानों पर जल जमाव से नागरिकों की परेशानी बढ़ जाती है, आवागमन अवरूद्ध हो जा रहा है।
– मनमाने निर्माण को रोकने के लिए नगर निगम ने इंजीनियरों की ड्यूटी लगाई है, लेकिन ज्यादातर इंजीनियर या तो फील्ड विजिट नहीं कर रहे हैं या फिर मौके में पहुंचकर भी नियमों का पालन नहीं होने पर आंख बंद कर ले रहे हैं।
– शहर में लगातार मनमाने निर्माण की बढ़ोतरी के बाद अब दूसरे लोग भी निर्माण शुरू कर रहे हैं, आने वाले समय में स्थिति अराजक होगी और नियंत्रण करना मुश्किल होगा।
– शहर में मनमाने निर्माण को लेकर शिकायत मिली है। सीताराम लहरिया और नरेश गुप्ता के निर्माण कार्यों को लेकर इंजीनियरों को कार्रवाई के लिए निर्देशित भी किया गया है। पता करवाते हैं कि क्या कार्रवाई हुई है, बुधवार को कार्रवाई की जाएगी।
राकेश शर्मा कार्यपालन यंत्री व प्रभारी आयुक्त नगर निगम कटनी।