प्रकरण बहोरीबंद जिले के के ग्राम पंचायत निमास का है। आरोप है कि सरपंच कमलेश नायक, सचिव गंगाराम हल्दकार और रोजगार सहायक ने मिल कर सफल भ्रष्टाचार को अंजाम दिया। अब इस मामले में ग्रामीणों ने कलेक्टर से लिखित शिकायत कर आरोप लगाया है कि ग्राम निवासी व सरपंच कमलेश नायक के साले राम जी वल्द जिब्बू राम नायक की मृत्यु 28 जनवरी 2017 को हो चुकी है। बावजूद इसके उसका नाम मस्टर में चढ़ा दिया गया और 22 जून से 28 जून तक निर्माण कार्य बरघाट पहाड़ी भाग 3 में मस्टर रोल नंबर 8084 क्रमांक पर मृतक व्यक्ति के नाम पर हाजिरी डाली गई । इतना ही नही मृतक राम जी के खाता से राशि भी आहरित कर ली गई है।
वैसे भ्रष्टाचार का यह कोई अकेला प्रकरण नहीं है। जिले के ही रीठी जनपद की ग्राम पंचायत में सरपंच के रिश्तेदारों द्वारा कार्य किए बिना ही उनकी हाजिरी लगाई जाने और उनके भुगतान का मामला भी सामने आ चुका है। इसके अलावा अन्य पंचायतों में भी इस तरह के कार्य हो रहे हैं। इस पर सीईओ जिला पंचायत ने रोजगार सहायक और सचिव को नोटिस दिया है । ग्राम पंचायत निमास में मृतक को रोजगार और भुगतान किए जाने के मामले की शिकायत सामने आने के बाद जांच की जा रही है।
“ग्राम पंचायत निमास में मनरेगा अंतर्गत काम हो रहा था। उसी के तहत जानकारी मिली है एक दिवंगत राम जी के नाम से मास्टर जनरेट हुआ था पोस्ट मस्टर में देखा गया कि 1180 रुपए भुगतान किया गया है। इस संबंध में सीओ जनपद से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। पंचायत सचिव और जीआरएस को नोटिस जारी कर दिए गए हैं। वहां के सरपंच से भी इस बारे में जानकारी ली जा रही है।”-जगदीश चंद्र गोमे, जिला पंचायत सीईओ