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कटनी

कोचिंग के लिए नहीं थे रुपये, मोबाइल को बनाया माध्यम, इस तरह स्टडी कर गांव की बेटी बनी CRPF में डिप्टी कमांडर

कहते यदि आप दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कड़ा परिश्रम करते हैं तो फिर मजबूरियां घुटने टेक देती हैं और सफलता आपके कदम चूमती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बहोरीबंद क्षेत्र के एक छोटे से गांव कूड़ा की बेटी ने। जिसने बचपन में ठाना कि देश की सुरक्षा के लिए अफसर बनना है। इसी संकल्प के साथ मेहनत किया और अब केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में डिप्टी कमांडर के पद पर पदस्थ हुई हैं।

कटनीJan 22, 2020 / 12:05 pm

balmeek pandey

Daughter of Kuda village becomes deputy commander in CRPF

Daughter of Kuda village becomes deputy commander in CRPF

कटनी. कहते यदि आप दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कड़ा परिश्रम करते हैं तो फिर मजबूरियां घुटने टेक देती हैं और सफलता आपके कदम चूमती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बहोरीबंद क्षेत्र के एक छोटे से गांव कूड़ा की बेटी ने। जिसने बचपन में ठाना कि देश की सुरक्षा के लिए अफसर बनना है। इसी संकल्प के साथ मेहनत किया और अब केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में डिप्टी कमांडर के पद पर पदस्थ हुई हैं। खुद का मुकाम बनाकर अब बहनों को सशक्त करने के लिए कृत संकल्पित हैं। हम बता कर रहे हैं ग्राम कूड़ा (घनिया) तहसील बहोरीबंद निवासी रश्मि पिता बबलू लोधी की। गांव की बेटी का सिलेक्शन केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल में डिप्टी कमांडर पद पर हुआ है। बेटी की इस सफलता से न सिर्फ गांव, तहसील, जिला बल्कि प्रदेश का मान बढ़ा है। खास बता तो यह है कि जीवन में शिक्षा के लिए अभाव की स्थिति को आगे नहीं आने दिया और हर मुश्किलों से लड़ते हुए सफलता को अपने नाम किया है।

 

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ऑनलाइन की स्टडी
रश्मि ने इस सफलता के बाद यह भी कर दिखाया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से भी आप अच्छाई को अपनाकर बेहतर कर सकते हैं। रश्मि ने बताया कि कूड़ा में बहोरीबंद 12वीं पास करने के बाद एपीएस युनिवर्सिटी से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के साथ ही ऑनलाइन स्टडी शुरू की। रश्मि ने कहा कि पिता ढाई की एकड़ में खेती करते हैं। उनकी छह बहनें हैं। ऐसे में कोचिंग की फीस जुटा पाना बड़ा मुश्किल हो रहा था। तो उन्होंने मोबाइल को माध्यम बनाया। ऑनलाइन स्टडी शुरू की। परीक्षा की तैयारी की और परीक्षा पास कर देश की सुरक्षा के लिए डिप्टी कमांडर बनी हैं।

 

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माता-पिता ने बढ़ाया हौंसला, शिक्षक ने की मदद
रश्मि ने कहा कि इस सफलता में उनके माता-पिता का अमूल्य योगदान है। उन्होंने हर समय हौंसला बढ़ाया। सभी बेटियों को वो अच्छी प्राप्त कर देश और समाज के लिए बेहतर करने की प्रेरणा दे रहे हैं। रश्मि ने कहा कि लखन लाल पटेल शिक्षक बुधनवारा जो कि बहोरीबंद एक्सीलेंस में शिक्षक हैं उन्होंने एग्जाम की तैयारी कराई। सही राय दी और जिससे वह आज इस क्षेत्र में आगे बढ़ी हैं।

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