खास बातें-
– शहर में 91 कॉलोनियों को वैध करने किया गया था चिन्हित
– पांच माह पूर्व हो चुका वैधीकरण का कार्य
– इन कॉलोनियों में बरसात में कच्ची सड़कों से गुजरते हैं सैकड़ों लोग
– नालियां न होने से कॉलोनियों में ही जमा है घरों व बारिश का गंदा पानी
– शुल्क जमा न होने तक पेयजल व बिजली की ही हो पाएगी व्यवस्था
इनका कहना है…
नियमानुसार अंतिम व्यक्ति से विकास शुल्क लेने के बाद ही विकास कार्य कराए जाने हैं। पेयजल व प्रकाश की व्यवस्था कराने का कार्य कराया जा रहा है। इसके अलावा शहर में चल रहे सीवर लाइन प्रोजेक्ट में इन कॉलोनियों से भी लाइन गुजरेगी। उसके बाद सिर्फ सड़क ही मुख्य समस्या होगी। कॉलोनाइजरों से भी शुल्क वसूला जाएगा और एफआइआर करने की भी तैयारी है।
शशांक श्रीवास्तव, महापौर