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जानिए पुलिसकर्मियों की किस लापरवाही पर चिंता जता चुके हैं आइजी

-बढ़ती तोंद के साथ बढ़ रहीं पुलिसकर्मियों में बीमारी -आइजी भी निरीक्षण में जता चुके हैं चिंता, फिटनेस को लेकर संजीदा नहीं पुलिसकर्मी

कटनीAug 19, 2019 / 12:03 pm

dharmendra pandey

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कटनी. चार माह पहले वार्षिक निरीक्षण पर आए आइजी (पुलिस महानिरीक्षक) जबलपुर विवेक शर्मा ने पुलिसकर्मियों की बढ़ी हुई तोंद को देखकर चिंता जताई थी। सभी पुलिसकर्मियों को फिट रहने के निर्देश दिए थे, लेकिन आइजी शर्मा की इस नसीहत का जिले के पुलिसकर्मियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा। आलम यह है कि सेहत बिगड़ रही है। चर्बी बढऩे से सुंदर शरीर बेडोल हो रहा है। फिटनेस को लेकर पुलिस अफसर व जवान संजीदा नजर भी नही आ रहे है। जिस वजह से जिले का पुलिस महकमा परेशान है। तोंद के साथ ही बीमारी भी कर्मचारियों को घेर रही हैं।

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जिले के पुलिस महकमा में तैनात 40 फीसदी पुलिसकर्मी बीमारी से जूझ रहे हैं। इसका खुलासा लगभग दो माह पहले पुलिस कंट्रोल रूप में एक निजी अस्पताल द्वारा लगाए गए जांच शिविर से हुआ था। स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के दौरान कई पुलिसकर्मी रक्तचाप, मधुमेह व आंखों की बीमारी से पीडि़त मिले थे। डॉक्टरों ने पुलिसकर्मियों को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की सलाह दी थी। दवाइयां दी थी। इसके बाद पुलिसकर्मी स्वास्थ्य को लेकर सजग नहीं हुए।
विभाग में ही हैं रोल मॉडल
फिटनेस को लेकर जिले में पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार ही पुलिसकर्मियों के लिए रोल मॉडल है। जानकारी मुताबिक एसपी सेहत को लेकर काफी संजीदा रहते है। बेहतर स्वास्थ्य को लेकर हर दिन जिम, योगा करते है। साथ ही हर रविवार को क्रिकेट भी खेलते है। इसके अलावा एक-दो अधिकारी, कर्मचारी भी फिटनेस को लेकर समय निकालकर जिम पहुंचते हैं।
फिट रहने योग का दिया गया था प्रशिक्षण
जिले के पुलिसकर्मी चुस्त-दुरूस्त रहे। इसके लिए शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों को योग का प्रशिक्षण दिया गया था। यह एक माह के लगभग चला था। योग प्रशिक्षकों द्वारा फिट रहने के लिए पुलिसकर्मियों को कई तरह की योग क्रियाएं सिखाई थीं। उसका असर भी कर्मचारियों पर नहीं दिख रहा है।

बीमार पडऩे का यह है कारण
-पुलिसकर्मियों की दिनचर्या काफी व्यस्त रहती है।
-खान-पान के लिए सही समय नही मिल पाता है।
-ग्रामीण क्षेत्र के थानों में पदस्थ पुलिसकर्मियों को नहीं मिल पा रही फिटनेस की सुविधा, कैंप का भी अभाव है।

-स्लीमनाबाद थाना में पदस्थ उपनिरीक्षक बीडी चतुर्वेदी फिटनेस को लेकर संजीदा नहीं है। उनका पेट बाहर निकला हुआ है। इसी तरह से स्लीमनाबाद थाना में पदस्थ कई आरक्षकों के पेट बाहर निकल रहे है जबकि उनकी नौकरी को लंबा वक्त है।

-बरही थाना प्रभारी एनके पांडे भी स्वास्थ्य को लेकर सजग दिखाई नही दे रहे हैं। उनकी भी बढ़ी हुई तोंद स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रही है। इसी तरह से कोतवाली में पदस्थ उपनिरीक्षक एचएल चौधरी भी फिटनेस को लेकर लापरवाह बने हुए हैं।

-पुलिसकर्मियों का काम तनाव भरा रहता है। हर पुलिसकर्मी को फिट रहने के लिए कहा जाता है। खान-पान पर भी सभी को ध्यान देना होता। बाहर से खाना खाने की जगह घर से टिफिन लेकर चले।
ललित शाक्यवार, पुलिस अधीक्षक।

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