कोई करा रहा था फोन, तो कोई बता रहा था लाचारी
बुधवार को जिला अस्पताल के चिकित्सकों की मनमानी पर रोक लग जाने के बाद नजारा कुछ अलग ही दिखा। अस्पताल के जिस कक्ष से मेडिकल सर्टिफिकेट का कार्रवाई की जाती है वहां पर लोगों का मजमा लगा रहा। कुछ बीमारी का हवाला देकर डॉक्टर से अनफिट करने की बात कह रहे थे तो कोई फोन पर यहां-वहां सोर्स लगाता दिखा, लेकिन जब अस्पताल के कर्मचारियों ने कलेक्टर के निर्देश का हवाला दिया तो वहां से मेडिकल सर्टिफिकेट लेने वाले चलते दिखे। साफ निर्देश दिये गए हैं कि कोई भी चिकित्सक बगैर बोर्ड की अनुशंसा के मेडिकल जारी न करें। किसी भी कर्मचारी को अवकाश लेने से पहले संस्था प्रमुख द्वारा समस्या या बीमारी का पत्र सहित बोर्ड की अनुशंसा जरुरी है।
इनका कहना है
चुनाव प्रक्रिया में किसी प्रकार की व्यवधान न आये इसलिए अनावश्यक रूप से अवकाश पर जाने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर रोक लगाने निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों को बगैर मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा के सर्टिफिकेट न जारी करने के निर्देश दिए गए हैं। बेवजह अवकाश व सर्टिफिकेट लेने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
केवीएस चौधरी, कलेक्टर।