script40 वर्ष बाद भी नहीं मिला नलजल योजना का लाभ, पानी के लिए हर दिन करनी पड़ रही जद्दोजहद | Drinking water problem in Amargarh | Patrika News
कटनी

40 वर्ष बाद भी नहीं मिला नलजल योजना का लाभ, पानी के लिए हर दिन करनी पड़ रही जद्दोजहद

रोजगार के साधन ना होने के कारण युवा वर्ग बेहाल, गांव अमरगढ़ विकास से अछूता, अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को नहीं समस्या से सरोकार

कटनीJan 17, 2021 / 08:26 pm

balmeek pandey

40 वर्ष बाद भी नहीं मिला नलजल योजना का लाभ, पानी के लिए हर दिन करनी पड़ रही जद्दोजहद

40 वर्ष बाद भी नहीं मिला नलजल योजना का लाभ, पानी के लिए हर दिन करनी पड़ रही जद्दोजहद

कटनी/स्लीमनाबाद. तहसील मुख्यालय बहोरीबंद से 15 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत अमरगढ़ आज भी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहा है। 1600 आबादी वाले ग्राम में पीने के पानी की गंभीर समस्या है। पेयजल की समस्या से ग्रामीण जूझ रहे हैं। ग्राम पंचायत में 7 सरपंचों का कार्यकाल बीत चुका है, लेकिन अभी नलजल योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। शीतकाल में ही हैंडपंप पानी कम देना शुरू कर दिए। जल स्रोत कम होने लगा है, जिससे गर्मी के दिनों में खासकर मार्च-अप्रैल के महीने में ही गांव में पानी का अकाल छा जाता है। ग्राम में फिर निजी नलकूपों के सहारे पानी के लिए ग्रामवासी मजबूर रहते हैं। ग्राम वासियों के द्वारा पानी की समस्या से लगातार प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया।
ग्रामवासी महेश पटेल, भूरा पटेल, राजकुमार पटेल, ओमकार पटेल, राकेश रैदास, सूरज दुबे, सुम्मेर सिंह, अमर सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत अमरगढ़ में चार गांव आते हैं। इन चारों गांवों के बीच में माध्यमिक शाला तक की सुविधा है, लेकिन हाइस्कूल न होने से गांव के विद्यार्थियों को पढ़ाई छोडऩी पड़ती है, क्योंकि यदि हाइस्कूल की शिक्षा प्राप्त करना है तो फिर 15 किलोमीटर दूर बहोरीबंद ही जाना पड़ता है। विद्युत समस्या भी गांव में आए दिन बनी रहती है। लगातार ट्रिपिंग और लो वोल्टेज के कारण विद्युत का भी सुचारू लाभ नहीं मिल पा रहा, जिससे रबी सीजन की सिंचाई कार्य नही हो पा रहा। साथ ही सिंचाई के लिए कोई जलाशय भी नहीं है, जिससे निजी बोरवेलों के सहारे सिंचाई का कार्य होता है। जब जल स्तर घटता है तब जलाशय की कमी खलती है।


गावँ-अमरगढ़
ग्राम पंचायत-अमरगढ़
तहसील-बहोरीबंद
जिला-कटनी
आबादी-1600

रोजगार व स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव
ग्रामीणों ने बताया कि गांव का युवा वर्ग रोजगार के लिए भटकता है।युवाओं को पढ़ाई करने के वाबजूद दो वक्त की रोटी के लिए परेशान हैं। मनरेगा कार्यो में कार्य करता है या फिर दूसरे जिलों व राज्यों के लिए पलायन कर जाता है। इसके साथ ही गांव में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए भी कोई स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। बहोरीबंद जाकर ही लोगों को उपचार कराना पड़ता है।

इनका कहना है
गांव में जो भी समस्याएं हैं उनकी जानकारी ली जाएगी। गांव के विकास के लिए जो भी आवश्यकताएं होंगी उन्हें पूर्ण करवाने हर संभव प्रयास किया जाएगा।
विजय द्विवेदी, तहसीलदार।

Home / Katni / 40 वर्ष बाद भी नहीं मिला नलजल योजना का लाभ, पानी के लिए हर दिन करनी पड़ रही जद्दोजहद

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो