यहां भी गंभीर समस्या
रामनिवास सिंह वार्ड में पेयजल की गंभीर समस्या है। क्षेत्र में दोना-पत्तल रोड, झर्राटिकुरिया, पूर्व कावसजी वार्ड, दुर्गा मंदिर, वंशरूप वार्ड, कावसजी वार्ड, श्मशान भूमि के पास, गड्ढा टोला में पेयजल सप्लाई नहीं हो रही। राजा वंशकार, गुड्डी वंशकार, लक्ष्मी वंशकार, शनि वंशकार, सुब्बी वंशकार, मनोज सोनी ने बताया कि पेयजल की भारी समस्या है। कई बस्तियों में न के बराबर यहां सप्लाई हो रही है। कई जगह लाइन का विस्तार नहीं हुआ। लोगों ने कहा कि नगर निगम के जल विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। निवर्तमान पार्षद राजेश जाटव ने कहा कि नगर निगम सिर्फ टैक्स वसूल रही है, पर्याप्त पेयजल के लिए कोई पहल नहीं कर रही।
15 मिनट होती है सप्लाई
निवर्तमान पार्षद राजकिशोर यादव ने बताया कि इंद्रानगर, सरलानगर में पेयजल की गंभीर समस्या है। पुरैनी में तीन हैंडपंप हैं, जिसमें से दो खराब है। अमृत प्रोजेक्ट के तहत लाइन बिछी है, लेकिन कनेक्शन नहीं हुए। ट्रांसपोर्टनगर में पानी की टंकी बनी है, लेकिन चालू नहीं किया गया। तालाब टोला में पाइन लाइन का विस्तार नहीं किया गया। पन्ना मोड़ में भी यही समस्या है। अमृत योजना के कनेक्शन नहीं हुए। सत्संग नगर, साईं कॉलोनी में भी गंभीर समस्या है। झिंझरी, संजय नगर, अमीगंजर में भी लोग पेयजल के लिए परेशान हैं। नई बस्ती, प्रेमनगर, रोशन नगर में भी समस्या है।
कागजों से बाहर नहीं निकली 60 करोड़ की योजना
बता दें कि नगर निगम द्वारा 60 एक साल पहले 60 करोड़ रुपये लागत से योजना बनाई गई थी, जिसमें शहर वासियों की 24 घंटे पेयजल मुहैया कराए जाने प्रस्ताव बना। एनबीडीए से 35 किलोमीटर की पाइप लाइन के माध्यम से वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट कटायेघाट तक पानी लाया जाना है, लेकिन यह योजना अधर में लटकी है। इस प्रस्ताव पर न तो मुहर लग रही और ना ही जनप्रतिनिधि इसमें रुचि दिखा रहे।
खास-खास:
– 45 वार्डों की पेयजल समस्या के समाधान के लिए 6 साल पहले बनी थी 53 करोड़ की योजना, बहोरीबंद के सलैया से कटनी नदी में लाया जाना था पानी, लेकिन नहीं मिली शासन से अनुमति।
– 2016-17 से शहर में अमृत प्रोजेक्ट चल रहा है, 17 हजार से अधिक नल कनेक्शन दिए जाने हैं, अधिकांश कनेक्शन हुए, लेकिन अबतक नहीं जुड़ी अमृत योजना की सप्लाई, न चालू कराए जा रहे कनेक्शन।
– वर्ष 2040 तक की जनसंख्या के मान से नगर निगम ने बनाई थी योजना, 5 करोड़ लीटर से अधिक पेयजल प्रतिनिधि मुहैया कराने का है लक्ष्य, लेकिन योजना पर अबतक नहीं हो रही सार्थक पहल।
– नगर निगम 90 रुपये प्रतिमाह जलकर वसूलती थी, जिसे बढाकर अब 192 रुपये कर दिया गया है, इसके बाद भी पर्याप्त पेयजल नहीं दिया जा रहा, कार्यपालन यंत्री सहित नोडल अधिकारी बने हैं बेपरवाह।
इनका कहना है
कटनी ही नहीं बल्कि पूरे देश में हर घर नल, हर घर जल योजना पर काम चल रहा है। शहर में पेयजल की क्या समस्या है, इस संबंध में अधिकारियों से चर्चा करेंगे। लोगों को परेशानी न हो इस दिशा में आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
वीडी शर्मा, क्षेत्रीय सांसद।