ये दवाएं मिली प्रतिबंधित
बीएमओ डॉ. राममणि पटेल ने बताया कि झोलाछाप लोगों की जान से इलाज के नाम पर खिलवाड़ कर रहा था। उसके द्वारा प्रतिबंधित दवाएं मरीज को दी जी रहीं थीं। इसमें स्ट्रॉयड, नेंड्रोलोन, टेजोवेक्टम आदि इंजेक्शन का उपयोग किया जा रहा था, जबकि यह प्रतिबंधित किए गए हैं। इसके अलावा अन्य प्रतिबंधित दवाएं भी जब्त की गई है। क्लीनिक में इंजेक्शन, बॉटल आदि दवाएं भी जब्त की गई हैं।
नहीं मिली कोई भी डिग्री
कार्यवाही के दौरान झोलाछाप के पास से कोई भी डिग्री नहीं मिली। उक्त क्लीनिक संचालक एलोपैथी की डिग्री होने की बात कह रहा था, लेकिन वह भी नहीं मिली। क्लीनिक का एमसीआइ एवं एमपीएमसी में रजिस्टर्ड नहीं थी। इसके अलावा जिला स्वास्थ्य विभाग से भी अनुमति नहीं ली गई और ना ही एलोपैथी का रजिस्ट्रेशन मिला।