यह है योजना का उद्देश्य
फसलों के उत्पादन में पिछले कुछ वर्षों से प्रदेश ने राष्ट्रीय स्तर पर बड़ा नाम कमाया है। कृषि कर्मण्य एवार्ड से भी नवाजा गया है। यह निरंतरता बनी रहे और खेती और भी लाभ का धंधा बन सके इसको लेकर विशेष प्रयास हो रहे हैं। यह प्रोत्साहन राशि फसलों की उत्पादकता को देश में सर्वोच्च स्थान पर लाने, कृषकों को बेहतर बीज, उर्वरक व तकनीकी के उपयोग के लिए प्रोत्साहित करना, कृषकों की आय में बढ़ोत्तरी करना व गुणवत्तायुक्त फसल उत्पादन को प्रोत्साहन करना है।
गेहूं में मिलेगा २६५ रुपए बोनस
इस सीजन में गेहूं की उपज समर्थन मूल्य में बेचने वाले किसानों को २६५ रुपए का बोनस प्रतिक्विंटल पर दिया जाएगा। इसके अलावा चना, मसूर और सरसों पर भी १०० रुपए प्रति क्विंटल के मानस से प्रोत्साहन राशि मिलेगी। इस राशि का भुगतान १० जून को होगा। बोनस की राशि जारी करने के लिए सभी कृषकों के बैंक खाते सत्यापित कराए जा चुके हैं।
इनका कहना है
खरीफ २०१७ और रबी २०१६-१७ में जिन किसानों ने समर्थन मूल्य पर उपज बेची हैं, उनके लिए ५१ करोड़ ८२ लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि जारी हुई है। इस सप्ताह यह राशि कृषकों के खाते जारी होगी।
एके राठौर, उपसंचालक कृषि।