जांच टीम ने पाया कि पिता-पुत्र मिलकर तीन शासकीय उचित मूल्य की दुकानों के कुल 21 लाख 57 हजार पांच सौ 28 रुपये के मूल्य के गेहूं, चावल, शक्कर, नमक, कैरोसीन और दाल का वितरण न कर धोखाधड़ी हेराफेरी कर गबन किया। जांच दल की रिपोर्ट पर पुलिस अधीक्षक कटनी मयंक अवस्थी ने आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के आदेश दिए जिसके आधार पर टीआई कैंमोर ने गिरफ्तारी की कार्रवाई को अंजाम दिया। कलेक्टर के स्तर से गठित जांच दल में नायब तहसीलदार जितेंद्र पटेल, सहायक आपूर्ति अधिकारी विजयराघवगढ़ रविकांत ठाकुर, वरिष्ठ सहकारिता निरीक्षक केडी सिंह शामिल थे।