वहीं सर्वेयर के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही करने के लिये जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम को पत्र लिखा गया है। इसके अलावा उपार्जन केन्द्र प्रभारी मुहास (रीठी) सुधीर राय को अधिक मात्रा में अमानक धान उपार्जित करने तथा धान की सफाई की उचित व्यवस्था नहीं करने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
इसी तरह उपार्जन केन्द्र प्रभारी कांटी अजीत दुबे के द्वारा भी अमानक की गई धान का विधिवत् समय पर निराकरण नहीं किये जाने और उन्हें जारी कारण बताओ नोटिस का जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर प्रभार से निलंबित भी कर दिया गया है। उपार्जन केन्द्र प्रभारी देवरीखरगवां उत्तम दुबे के विरुद्ध वायरल वीडियो में किसान से पैसे मांगे जाने का आरोप लगाया गया था। जिसकी जांच में किसान द्वारा पैसे मांगने पर इंकार किया गया। जांच के दौरान किसान की तौल अकारण विलंब करना पाये जाने पर उपार्जन केन्द्र प्रभारी को उसके प्रभार से हटा दिया गया है।
कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने बताया कि इस बार जिलेभर में धान की खरीदी मानकों के अनुसार गुणवत्ता के साथ की गई है। गड़बड़ी पर एफआइआर से लेकर अन्य त्वरित कार्रवाई की गई है। आगे भी कार्रवाई की जा रही है। अब मिलर्स यह नहीं कह पाएंगे कि खराब धान खरीदी के कारण चावल की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है।